Join WhatsApp Group Join Now
Join Telegram Group Join Now

राजस्थान में बायोलॉजिकल पार्क कितने हैं – राजस्थान का पहला बायोलॉजिकल पार्क और नवीनतम बायोलॉजिकल पार्क कौनसा है ?

वर्तमान में (जनवरी 2024 तक) राजस्थान में बायोलॉजिकल पार्क (जैविक उद्यान) पाँच है, जो की निम्न प्रकार है (जैविक उद्यान इन राजस्थान 2024) – सज्जनगढ़ जैविक उद्यान (उदयपुर), माचिया बायोलॉजिकल पार्क (जोधपुर), नाहरगढ़ जैविक उद्यान (जयपुर), अभेड़ा जैविक उद्यान (कोटा) और मरुधरा जैविक उद्यान (बीकानेर)। जैविक उद्यान के अंतर्गत सरकार एक ऐसे क्षेत्र को विकसित करती है जंहा किसी विशेष प्रजाति के वनस्पति या जीव- जंतुओं का संरक्षण और प्रबंध किया जाता है। 

राजस्थान में बायोलॉजिकल पार्क

जैविक उद्यान में किसी विशेष जानवर को रखने के लिए उसके अनुकूल प्राकृतिक वातावरण बनाया जाता है, जिससे पर्यटक के क्षेत्र को भी बढ़ावा मिलता है, जैसे जयपुर के नाहरगढ़ बायलॉजिकल पार्क में पर्यटको के लिए टाइगर सफारी उपलब्ध कराई जाती है, इसके लिए लोगो को रणथम्भौर टाइगर रिज़र्व या सरिस्का टाइगर रिज़र्व जाना नहीं पड़ता है। जैविक उद्यान आमतौर पर शहरों या कस्बों के पास स्थित होते हैं, ताकि पर्यटक आसानी से विजिट कर सके। 

राजस्थान के 5 बायोलॉजिकल पार्क, जिनका लोकापर्ण निम्न वर्षो में हुआ –

बायोलॉजिकल पार्कजिलालोकार्पण वर्ष
सज्जनगढ़ जैविक उद्यानउदयपुर12 अप्रैल 2015
माचिया बायोलॉजिकल पार्कजोधपुर20 जनवरी 2016
नाहरगढ़ जैविक उद्यानजयपुर4 जून 2016
अभेड़ा जैविक उद्यानकोटा18 दिसम्बर 2021
मरुधरा जैविक उद्यानबीकानेरनिर्माण कार्य चल रहा है

राजस्थान का पहला बायोलॉजिकल पार्क

राजस्थान का पहला बायोलॉजिकल पार्क (जैविक उद्यान) उदयपुर जिले में स्थित ‘सज्जनगढ़ जैविक उद्यान’ है, जिसका लोकार्पण 12 अप्रैल 2015 को तात्कालीन पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावेड़कर द्वारा किया गया था। यह उदयपुर शहर से 8 किलोमीटर दूर सज्जनगढ़ मानसून पैलेस के तलहटी में स्थित है। इस पार्क में मुख्यत: बाघ, पेंथर, शेर, सरीसृप, नीलगाय, सांभर, वन्य सूअर और हनीस पाये जाते है। 

राजस्थान का पहला बायोलॉजिकल पार्क

सज्जनगढ़ बायोलॉजिकल पार्क की समुद्रतल से ऊंचाई लगभग 944 मीटर है। इस पार्क में एक कृत्रिम झील स्थित है, जिसको जियान सागर के नाम से प्रसिद्ध है। यह पार्क लगभग 36 हेक्टयर क्षेत्र में फैला हुआ है।  प्रसिद्ध बाघ उस्ताद का संबंध सज्जनगढ़ जैविक उद्यान से है। 

राजस्थान का नवीनतम बायोलॉजिकल पार्क

राजस्थान का नवीनतम बायोलॉजिकल पार्क बीकानेर जिले के बीछवाल में 445 हेक्टेयर क्षेत्र में स्थित ‘मरुधरा जैविक उद्यान’ है जिसका अभी तक निर्माण कार्य चल रहा है। हालाँकि इससे पहले कोटा जिले में स्थित ‘अभेड़ा जैविक उद्यान’ का लोकार्पण 18 दिसम्बर 2021 को हो चूका है। मरुधरा पार्क में शेर, बाघ, तेंदुआ, चिंकारा और काला हिरण के लिए पाँच पिंजरे बनाये गए है। 

राजस्थान का नवीनतम बायोलॉजिकल पार्क

उल्लेखनीय है की रेगिस्तान में स्थित इस जैविक उद्यान की आधारशिला वर्ष 2016 में वन एवं पर्यावरण मंत्री राजकुमार रिणवा द्वारा रखी गई थी, जिसका अभी तक निर्माण कार्य चल रहा है। सेन्ट्रल ज़ू ऑथरिटी ऑफ़ इंडिया के मापदंडो पर बनने वाले इस बायोलॉजिकल पार्क का मुख्य उद्देश्य लुप्त हो रहे मरू स्थलीय वन्यजीवों का प्रजनन एवं उनका संरक्षण करने के साथ ही इस क्षेत्र में घायल होने वाले वन्यजीवों का उपचार करना है। 

राजस्थान का दूसरा बायोलॉजिकल पार्क

राजस्थान का दूसरा बायोलॉजिकल पार्क जोधपुर जिले में स्थित ‘माचिया बायोलॉजिकल पार्क’ है, जिसका लोकार्पण 20 जनवरी 2016 को तात्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे द्वारा किया गया था। यह जैविक उद्यान जोधपुर शहर से लगभग 13 किलोमीटर दूर कायलाना झील के पास स्थित है। यह पार्क लगभग 605 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला हुआ है।

राजस्थान का दूसरा बायोलॉजिकल पार्क

इस उद्यान में मुख्यत: शेर, तेंदुआ, बाघ, भेड़िया, हिरण, रेगिस्तानी बिल्लियाँ, चिंकारा, भालू तथा पक्षियों में बजरीगर्स, लवबर्ड्स, ऑस्ट्रेलियन एमू और पहाड़ी तोता पाया जाता है। माचिया सफारी पार्क का एक मुख्य आकर्षण तेंदुआ सफारी है, जो वन्यजीव प्रेमियों के लिए एक रोमांचक अनुभव है। इस पार्क में पर्यटकों के लिए गोल्फ कोर्ट की भी सुविधा उपलब्ध है।

राजस्थान का तीसरा जैविक उद्यान

राजस्थान का तीसरा जैविक उद्यान जयपुर जिले में स्थित ‘नाहरगढ़ जैविक उद्यान’ है, जिसका लोकार्पण 4 जून 2016 को मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे द्वारा किया गया था। यह पार्क अरावली पर्वतमाला पर जयपुर-दिल्ली हाईवे पर जयपुर शहर से 12 किलोमीटर दूर स्थित है। हाल ही में जून 2016 में जयपुर चिड़ियाघर को नाहरगढ़ जैविक पार्क में स्थानांतरित कर दिया गया है। 

राजस्थान का तीसरा जैविक उद्यान

यहाँ मुख्यत: बंगाल बाघ, एशियाई शेर,लकड़बग्घा, पैंथर,  हिरण, भेड़िये, मगरमच्छ, हिमालयी काले भालू, जंगली सूअर आदि जैसे जानवर देखने को मिलते है। नाहरगढ़  पार्क की हाथी सफारी काफी लोकप्रिय है। यहाँ गंगा विलास, गोपाल विलास और ललित विलास जैसे दर्शनीय स्थल देखने को मिलते है।

यह भी पढ़े – 👉 राजस्थान के वन्य जीव अभयारण्यों के टॉप 130 महत्वपूर्ण प्रश्‍न (MCQs) with Short Notes
👉 राजस्थान के वनों से संबंधित टॉप 80 महत्वपूर्ण प्रश्‍न with Short Notes

Join WhatsApp Group Join Now
Join Telegram Group Join Now

Leave a Comment