Join WhatsApp Group Join Now
Join Telegram Group Join Now

राजस्थान के वनों से संबंधित टॉप 80 महत्वपूर्ण प्रश्‍न (Rajasthan ki Vanaspati Mcq Questions) | rajasthan ki van sampada quiz

Q.41 निम्न में से कौनसा पेड़ गोंद का अच्छा स्रोत है – (कनिष्ठ अनुदेशक फिटर 2019)

  1. सागवान 
  2. सालर 
  3. तेंदू 
  4. गुरजन

Ans.  2. सालर 

Q.42 राजस्थान का निम्न में से कौनसा वृक्ष गोंद का स्रोत नहीं है – (योगा और प्राकृतिक चिकित्सा अधिकारी 2021)

  1. बबूल 
  2. बाँस 
  3. नीम 
  4. पीपल  

Ans.  2. बाँस
Exp. –  बाड़मेर का चौहटन गांव गोंद उत्पादन के लिए जाना जाता है। इस क्षेत्र में गोंद उतारने का कार्य मेघवाल तथा मुसलमान जाति के लोग अधिक करते हैं। राजस्थान में गोंद मुख्य रूप से सालर, बबूल, नीम, पीपल, ढाक और कुमठ के वृक्षों से प्राप्त होता है। 

Q.43 निम्लिखित उत्पादों में से कौन सा, परदे बनाने के काम में आता है – (JEN यांत्रिकी डिग्री 2020) 

  1. आँवला 
  2. खस 
  3. तेंदू 
  4. झाबुई 

Ans.  2. खस 
Exp. –  खस घास की जड़ों से सुगंधित तेल निकाला जाता है, जो इत्र और शरबत बनाने के काम आता है।  यह घास मुख्यतः भरतपुर, सवाई माधोपुर व टोंक जिलों में उत्पन्न होती है। इस घास के तनों से कूलर की टाटिया और कमरो को ठंडा रखने वाले परदे बनाए जाते हैं। सवाई माधोपुर जिले में खस घास से इत्र बनाया जाता है। आंवल या झाबुई की छाल से चमड़ा साफ किया जाता है। 

Q.44 पश्चिमी राजस्थान में दुधारू पशुओं के लिए निम्नलिखित में से कौन-सा एक चारा सर्वश्रेष्ठ है – (LDC 2018) 

  1. सेवण 
  2. दूब 
  3. खस-खस
  4. धामण 

Ans.  4. धामण 
Exp. –  दुधारू पशुओं के लिए सर्वाधिक पौष्टिक चारा धामण घास है। यह राजस्थान में के बांसवाड़ा, डूंगरपुर, उदयपुर और जैसलमेर क्षेत्रों में प्रचुरता से उगती है। धामण घास (ट्राइडोक्स) को हाल ही में किए गए शोध कार्यों के पश्चात मधुमेह रोग को दूर करने हेतु काफी प्रभावशाली बताया गया है। 

Q.45 राजस्थान में सर्वाधिक जैव विविधता वाला देववन है –

  1. डाढ़ देवी, कोटा
  2. ब्राह्मणी माता, बारां 
  3. गौतमेश्वर, उदयपुर
  4. सांडोल माता, उदयपुर

Ans.  1. डाढ़ देवी, कोटा
Exp. –  देवी-देवताओं के मंदिरो के आसपास स्थित वन क्षेत्र को देववन कहते हैं।  

Q.46 राजस्थान में 50% से अधिक वन क्षेत्र किस श्रेणी में सम्मिलित है –  (Librarian 2020)

  1. आरक्षित 
  2. सुरक्षित
  3. अवर्गीकृत 
  4. खुला वन

Ans.  2. सुरक्षित
Exp. –  प्रशासनिक दृष्टि से राजस्थान वन अधिनियम 1953 के अनुसार वनों का वर्गीकरण तीन भागों किया गया है –  आरक्षित, सुरक्षित और अवर्गीकृत वन। राजस्थान में सर्वाधिक रक्षित/सुरक्षित (Protected) वनों का प्रतिशत है, जो 56.31% भाग (18494 वर्ग किमी.) पर पाये जाते है। इसके बाद आरक्षित/संरक्षित (Reserve) वन 37.05% भाग (12252 वर्ग किमी.) पर है और अवर्गीकृत वन 6.52% भाग (2098 वर्ग किमी.) पर है।

Q.47 बारां और करौली जिलों में सर्वाधिक किस प्रकार के वन पाए जाते हैं – 

  1. आरक्षित 
  2. सुरक्षित
  3. अवर्गीकृत 
  4. खुला वन 

Ans.  1. आरक्षित 
Exp. –   राजस्थान में सर्वाधिक आरक्षित वन क्रमश:उदयपुर, चितौड़गढ़, अलवर जिलों में, सर्वाधिक सुरक्षित वन क्रमश: बारां और करौली जिलों में और सर्वाधिक अवर्गीकृत वन क्रमश: बीकानेर, गंगानगर और जैसलमेर जिलों में पाए जाते हैं।

Q.48  किस प्रकार के वन जलवायु की दृष्टि से पारिस्थितिकी संतुलन हेतु अति आवश्यक है – 

  1.  वर्जित वन 
  2. सुरक्षित वन 
  3. आरक्षित वन 
  4. अवर्गीकृत वन

Ans.  3. आरक्षित वन 
Exp. –   
आरक्षित वन – यह सबसे सघन वन क्षेत्र वाले होते हैं, इसलिए इनका पारिस्थितिक संतुलन में अधिक योगदान होता है। इन वनों पर पूरा नियंत्रण सरकार का होता है और लकड़ी काटने व पशु चराई पर पूर्ण प्रतिबंध होता है। इस प्रकार के वनों में प्रवेश निषेध होता है। 
सुरक्षित वन –  इन वनों पर सरकार का पूर्ण नियंत्रण तो होता है, लेकिन वन विभाग की अनुमति से वहां चराई व लकड़ी काटने हेतु ठेके दिए जाते हैं। 
अवर्गीकृत वन –  यह वन गाँवो में सड़कों के किनारे लगे होते हैं। यह वन ‘वन विभाग’ के अधीन तो होते हैं, लेकिन इनकी कटाई व चराई पर कोई प्रतिबंध नहीं होता है। 

Q.49 निम्नांकित में से कौन से वन राजस्थान में सर्वाधिक क्षेत्रफल में फैले हुए हैं –  (JEN  मैकेनिकल डिप्लोमा 2016)

  1. उष्ण-कटिबंधीय पतझड़ 
  2. मिश्रित पतझड़ 
  3. उपोष्ण कटिबंधीय सदाबहार 
  4. शुष्क सागवान

Ans.  1. उष्ण-कटिबंधीय पतझड़ 
Exp. –  उष्ण कटिबंधीय शुष्क पतझड़ वाले वन (Tropical Dry Deciduous Forest) राजस्थान में सर्वाधिक क्षेत्रफल (58.11%) में फैले हुए हैं। इन्हें शुष्क उष्ण कटिबंधीय धोक वन (Dry Tropical Dhonk Forest) के नाम से भी जाना जाता है। यह वन अरावली के उत्तरी-पूर्वी ढालों पर तथा दक्षिणी-पूर्वी राजस्थान में फैले हुए हैं। 

Q.50  निम्न में से किस जिले में उष्ण-कटिबंधीय शुष्क पतझड़ वाले वन नहीं पाए जाते हैं – (Head Master 2021)

  1. अलवर 
  2. बांसवाड़ा 
  3. बूंदी 
  4. जालौर

Ans.  4. जालौर
Exp. – उष्ण-कटिबंधीय शुष्क पतझड़ वाले वन (Tropical Dry Deciduous Forest) अरावली पर्वत श्रेणी के उत्तरी और पूर्वी ढालों पर विशेषकर अलवर, भरतपुर, धौलपुर जिलों में फैले हैं। इस प्रकार के वन अरावली श्रेणी के लगते सिरोही, उदयपुर, अजमेर, और चित्तौड़गढ़ जिले में है। इसके अलावा इस प्रकार के मिश्रित वन दक्षिणी-पूर्वी राजस्थान के कोटा, बारां, झालावाड़, बूंदी, सवाई माधोपुर तथा डूंगरपुर, बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ़ जिलों में फैले हुए हैं। 

Q.51  राजस्थान का वह जिला जहां उष्ण कटिबंधीय शुष्क पर्णपाती वन पाए जाते हैं, वह है – (RAS 2013) 

  1. बीकानेर 
  2. सिरोही 
  3. नागौर 
  4. श्री गंगानगर

Ans.  2. सिरोही 
Exp. – उष्ण कटिबंधीय शुष्क पर्णपाती वन या उष्ण-कटिबंधीय शुष्क पतझड़ वन (Tropical Dry Deciduous Forest) अरावली श्रेणी से लगते क्षेत्र और दक्षिणी-पूर्वी राजस्थान में पाए जाते हैं। 

Q.52 मिश्रित पतझड़ वन राजस्थान के किस जिले में नहीं पाये जाते है – 

  1. बांसवाड़ा 
  2. राजसमंद 
  3. चूरू 
  4. जयपुर 

Ans.  3. चूरू 
Exp. –  मिश्रित पतझड़ वन राजस्थान के उदयपुर, बांसवाड़ा, सिरोही, राजसमंद, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा, सवाई माधोपुर, कोटा, बारां, झालावाड़, डूंगरपुर और बूंदी जिलों में सर्वाधिक पाए जाते हैं, हालाँकि जयपुर, अजमेर, भरतपुर, धौलपुर, अलवर आदि जिलों में अत्यधिक कटाई के कारण यह वन बहुत कम मात्रा में रह गए हैं। 

Q.53 उष्ण कटिबंधीय कांटेदार वन निम्न में से किस जिले में नहीं पाये जाते है – 

  1. अलवर 
  2. जालौर 
  3. सीकर 
  4. गंगानगर 

Ans.  1. अलवर 
Exp. – उष्ण कटिबंधीय कांटेदार वन पश्चिमी राजस्थान में जैसलमेर, बाड़मेर, बीकानेर, जोधपुर, नागौर, चूरू, सीकर, झुंझुनू, जालौर, गंगानगर और हनुमानगढ़ जिलों में पाये जाते है।  यहाँ की वनस्पति को ‘मरुदभिद’ (Xerophytes) कहते है।   

Q.54 निम्न में से किस जिले में, उप-उष्ण पर्वतीय वन पाये जाते है – (RAS 2021) 

  1. सिरोही 
  2. उदयपुर 
  3. बांसवाड़ा 
  4. झालावाड़ 

Ans.  1. सिरोही 
Exp. – उपोष्ण कटिबंधीय सदाबहार वन (Subtropical Evergreen Forest) या उप-उष्ण पर्वतीय वन सिरोही जिले के माउन्ट आबू क्षेत्र में लगभग 52 वर्ग किमी क्षेत्र में पाये जाते है। इन वनों में सदाबहार और अर्द्ध सदाबहार वनस्पति पायी जाती है। यहाँ लगभग 830 प्रकार की वानस्पातिक प्रजातियां पाई जाती है, जिसमे ‘डिक्लिप्टेरा आबू एनसिस’ वनस्पति प्रजाति विश्व में केवल इसी स्थान पर पाई जाती है। 

Short Notes

वनों के प्रकारसंबंधित जिले 
 उष्ण-कटिबंधीय शुष्क पतझड़ वन
(Tropical Dry Deciduous Forest)
अलवर, भरतपुर, धौलपुर, सिरोही, उदयपुर, अजमेर, चित्तौड़गढ़, कोटा, बारां, झालावाड़, बूंदी, सवाई माधोपुर, डूंगरपुर, और बांसवाड़ा
 उत्तरी उष्ण कटिबंधीय शुष्क वन या मिश्रित पतझड़ वन (Mixed Deciduous Forest)उदयपुर, बांसवाड़ा, सिरोही, राजसमंद, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा, सवाई माधोपुर, कोटा, बारां, झालावाड़, डूंगरपुर, बूंदी, जयपुर, अजमेर, भरतपुर, धौलपुर और अलवर
शुष्क सागवान वन (Dry Teak Forest)बांसवाड़, डूंगरपुर, प्रतापगढ़, दक्षिणी उदयपुर, आबू पर्वत, और हाड़ौती क्षेत्र में बारां, कोटा, झालावाड़ जिलों में
 उष्ण कटिबंधीय कांटेदार वन (Tropical Thorny Forest)  पश्चिमी राजस्थान में जैसलमेर, बाड़मेर, बीकानेर, जोधपुर, नागौर, चूरू, सीकर, झुंझुनू, जालौर, गंगानगर और हनुमानगढ़


Q.55 वनों का प्रकार, जिन्हें ‘शुष्क मानसूनी खुले वन’ भी कहा जाता है –

  1.  उष्ण कटिबंधीय शुष्क पतझड़ वन 
  2.  मिश्रित पतझड़ वन
  3.  शुष्क उष्ण कटिबंधीय धौंक वन
  4.  उष्ण कटिबंधीय कांटेदार वन

Ans.  2. मिश्रित पतझड़ वन
Exp. –  उत्तरी उष्ण कटिबंधीय शुष्क वन या मिश्रित पतझड़ वन (Mixed Deciduous Forest) राजस्थान के दक्षिणी एवं दक्षिणी-पूर्वी अरावली के मध्यम ऊंचाई वाले ढालों में पाए जाते हैं – यह वन वर्ष में एक बार (चैत्र-वैशाख में) अपने पत्ते गिराते हैं, इसलिए इन्हें ‘मिश्रित पतझड़ वन’ कहते हैं। 

Q.56 सालर, बाँस, पलाश, खैर, महुआ आदि वृक्ष किस प्रकार के वनों में मिलते है – 

  1.  मिश्रित पतझड़ वन
  2. उष्ण कटिबंधीय शुष्क पतझड़ वन 
  3. शुष्क उष्ण कटिबंधीय धौंक वन
  4. उष्ण कटिबंधीय कांटेदार वन

Ans.  1. मिश्रित पतझड़ वन
Exp. –  मिश्रित पतझड़ वन (Mixed Deciduous Forest) में सालर, बाँस, पलाश, खैर, महुआ वृक्षो के अलावा आम, नीम ,तेंदू, गूलर, बरगद आदि  वृक्ष भी पाये जाते है। 

Q.57  75 से 110 सेंटीमीटर वार्षिक वर्षा वाले क्षेत्रों में पाए जाने वाले वनों का प्रकार है –

  1. शुष्क सागवान वन
  2. मिश्रित पतझड़ वन
  3. धोकड़ा वन 
  4. उपोष्ण कटिबंधीय सदाबहार वन 

Ans.  1. शुष्क सागवान वन
Exp. – 75 से 110 सेंटीमीटर वार्षिक वर्षा सागवान वनो के लिए जरुरी है। शुष्क सागवान वनों को ‘मानसूनी या चौड़ी  पत्ती वाले वन’ भी कहते हैं इस प्रकार के वन राजस्थान के दक्षिणी भाग में बांसवाड़, डूंगरपुर, प्रतापगढ़, दक्षिणी उदयपुर, आबू पर्वत, और हाड़ौती क्षेत्र में बारां, कोटा, झालावाड़ जिलों में पाये जाते है।       

Short Notes
वनों के प्रकार  वार्षिक वर्षा
उष्ण कटिबंधीय कांटेदार वन –  < 30 सेमी 
शुष्क उष्ण कटिबंधीय धौंक वन – 30 – 60 सेमी
मिश्रित पतझड़ वन. – 50 – 80 सेमी   
शुष्क सागवान वन – 75 – 110 सेमी  
शुष्क सागवान वन – 75 – 110 सेमी  

Q.58 उपोष्ण कटिबंधीय सदाबहार वन राजस्थान के कुल वन क्षेत्र के कितने प्रतिशत भाग पर पाये जाते है – 

  • 39%
  • 29% 
  • 3.9%
  • 0.39%

Ans.  0.39%
Exp. – उपोष्ण कटिबंधीय सदाबहार वन (Subtropical Evergreen Forest) राजस्थान में 126.64 वर्ग किमी. भाग पर केवल माउन्ट आबू (सिरोही) क्षेत्र में फैले हुए है, जो राजस्थान के कुल वन क्षेत्र का लगभग 0.39% है।  यहाँ मुख्यत: सिरस, बाँस, बेल, जामुन,रोहिड़ा आदि वृक्ष पाये जाते है। इस प्रकार के वन वर्ष भर हरे-भरे रहते है, इसलिए इन्हे सदाबहार वन कहते है। इस प्रकार के वनों में सर्वाधिक वानस्पतिक विविधता पायी जाती है।    

Q.59 राजस्थान में वनों का प्रकार जो लगभग समान प्रतिशत में पाए जाते हैं – 

  1. उष्ण कटिबंधीय कांटेदार वन और  मिश्रित पतझड़ वन
  2. मिश्रित पतझड़ वन और शुष्क सागवान वन
  3. शुष्क सागवान वन और उष्ण कटिबंधीय कांटेदार वन
  4. इनमें से कोई नहीं 

Ans.  3. शुष्क सागवान वन और उष्ण कटिबंधीय कांटेदार वन
Exp. – राजस्थान में शुष्क सागवान वन कुल वन क्षेत्र के 6.86% और उष्णकटिबंधीय कांटेदार वन कुल वन क्षेत्र के 6.26% भाग पर पाए जाते हैं।

Q.60 क्षेत्रफल के अवरोही क्रम में राजस्थान में वन प्रकार की कौनसी क्रमावली सही है – (प्रयोगशाला सहायक-2016) 

  1. शुष्क पर्णपाती – मिश्रित पर्णपाती – उष्ण कटिबंधीय कांटेदार – उपोष्ण कटिबंधीय सदाहरित 
  2. मिश्रित पर्णपाती – शुष्क पर्णपाती – उष्ण कटिबंधीय कांटेदार – उपोष्ण कटिबंधीय सदाहरित
  3. उपोष्ण कटिबंधीय सदाहरित – मिश्रित पर्णपाती – शुष्क पर्णपाती – उष्ण कटिबंधीय कांटेदार
  4. उष्ण कटिबंधीय कांटेदार – उपोष्ण कटिबंधीय सदाहरित –  मिश्रित पर्णपाती – शुष्क पर्णपाती 

Ans.  1. शुष्क पर्णपाती – मिश्रित पर्णपाती – उष्ण कटिबंधीय कांटेदार – उपोष्ण कटिबंधीय सदाहरित 

Short Notes
राजस्थान में पाए जाने वाले वनों के प्रकार का कुल वन क्षेत्र में प्रतिशत निम्नांकित है –
शुष्क उष्ण कटिबंधीय धौंक वन (शुष्क पर्णपाती) – (58.11%) (Maximum)
मिश्रित पतझड़ वन (मिश्रित पर्णपाती) –  28.38%
शुष्क सागवान वन – 6.86%
उष्ण कटिबंधीय कांटेदार वन – 6.26%
उपोष्ण कटिबंधीय सदाबहार वन  – 0.39% (Minimum)

Join WhatsApp Group Join Now
Join Telegram Group Join Now

Leave a Comment