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राजस्थान की जलवायु (Rajasthan ki jalvayu) | कोपेन, थॉर्नवेट और ट्रिवार्था के जलवायु वर्गीकरण – महत्वपूर्ण प्रश्‍न (Mcqs), Questions और Map

Q.21 भारतीय मौसम विभाग के अनुसार वर्षा की मात्रा में 50% या अधिक कमी होने पर उसे ….. कहते हैं? (वनपाल 6-11-2022)

  1. आर्थिक सुखा
  2. मध्यम सूखा 
  3. भयंकर सूखा
  4. सामान्य सूखा

Ans.  3. भयंकर सूखा
Exp.
सामान्य सूखा – जब वर्षा की मात्रा में 11 से 25% तक की कमी हो
मध्यम सूखा – जब वर्षा की मात्रा में 26 से 50% तक की कमी हो
भयंकर सूखा – जब वर्षा की मात्रा में 50% या उससे अधिक की कमी हो।

Q.22 पश्चिमी राजस्थान में अल्प वर्षा के लिए निम्नांकित में से कौन सा एक कारण नहीं है? (JEN 2016)

  1. अरावली की अवस्थिति 
  2. वृष्टि छाया प्रदेश में अवस्थिति 
  3. मानसून आगमन के समय में अति-उष्णता 
  4. ग्रीष्मकाल के दौरान उच्च वायुदाब

Ans.  4. ग्रीष्मकाल के दौरान उच्च वायुदाब
Exp. – अरब सागर में मानसून की दिशा अरावली के समांतर होने के कारण पश्चिमी राजस्थान में अल्प वर्षा होती है तथा बंगाल की खाड़ी मानसून के रास्ते में अरावली आने से पूर्वी राजस्थान में तो वर्षा हो जाती है लेकिन पश्चिम राजस्थान में अरावली का वृष्टि छाया क्षेत्र आने के कारण अल्प वर्षा होती है। मानसून आगमन के समय पश्चिमी राजस्थान में अति-उष्णता के कारण आर्द्रता कम रहती है जिससे अल्प वर्षा होती है। ग्रीष्मकाल के दौरान पश्चिम राजस्थान में निम्न वायुदाब का क्षेत्र बनता है, जो मानसूनी पवनो को लाने में सहायक होता है।

Q.23 राजस्थान में वर्षा के लिए निम्नलिखित में से कौन उत्तरदायी नहीं है? (कृषि अधिकारी 2015)

  1. मानसून की अरब सागर की शाखा 
  2. मानसून की बंगाल की खाड़ी की शाखा 
  3. पश्चिमी विक्षोभ 
  4. लौटता हुआ मानसून

Ans.  4. लौटता हुआ मानसून
Exp. – राजस्थान में लौटते हुए मानसून से बारिश नहीं होती है। 

Q.24 पश्चिमी राजस्थान में न्यून वर्षा के लिए उत्तरदाई मूल अंशदायी कारण क्या है? (प्रयोगशाला सहायक 2016)

  1. वृष्टि छाया प्रदेश में क्षेत्र की अवस्थिति 
  2. अति उष्ण स्थल खंड पर दक्षिणी-पूर्वी आर्द्रतावाही  हवाओं का आकस्मिक प्रवेश 
  3. भारतीय मानसून का प्रक्रियातंत्र 
  4. अरावली पर्वत श्रेणियों की दिक् स्थिति

Ans.  Deleted
Exp. – इस प्रश्न को राजस्थान अधिनस्थ बोर्ड ने फाइनल आंसर key में डिलीट किया है क्योंकि पश्चिमी राजस्थान में न्यून वर्षा के लिए उत्तरदाई कारक आंशिक रूप से दोनों ऑप्शन 1 और 2 है।

Q.25 ग्रीष्म ऋतु में राजस्थान के कौन से भाग में वायु की गति सर्वाधिक होती है?

  1. उतरी 
  2. दक्षिणी 
  3. पूर्वी 
  4. पश्चिमी

Ans.  4. पश्चिमी
Exp. – ग्रीष्म ऋतु में पश्चिमी रेगिस्तान में अधिक तापमान के कारण संवहनीय धाराएं उत्पन्न होती है, जिन्हें लू कहते हैं।

Q.26 राजस्थान में मई-जून महीनों में उत्पन्न होने वाली धूलभरी आंधियों के लिए उत्तरदाई है- (RAS 2018)

1. कुछ स्थानों पर संवहनीय धाराओं की उत्पत्ति 
2. अरावली पहाड़ियां दक्षिणी-पश्चिमी हवाओं के समांतर है। 
3. अतितीव्रगामी पूर्वी हवाओं की उत्पत्ति

  • 1 एवं 3
  • 1, 2 एवं 3
  • 1 एवं 2
  • केवल 1

Ans.  केवल 1
Exp. – मई-जून महीनों में सूर्य की प्रचंड किरणों से तप्त राजस्थान के भू-भाग के वायुमंडल में कहीं-कहीं संवहनीय धाराओं की उत्पत्ति हो जाती है, जिससे वायु भंवर उत्पन्न होते हैं जिन्हें क्षेत्रीय भाषा में ‘भभूल्या’ कहते हैं।

Q.27 राजस्थान में धूलभरी आंधियां (Dust Storms) चलने के लिए आवश्यक दशा कौन सी है? (स्कूल व्याख्याता 2020) 

  1. उच्च वार्षिक तापांतर 
  2. शीत ऋतु में उच्च वायुदाब 
  3. संवहनीय क्रियाएं 
  4. तिब्बत के पठार पर निम्न वायुदाब दशाएँ 

Ans.  3. संवहनीय क्रियाएं 
Exp. – मई-जून महीनों में सूर्य की प्रचंड किरणों से तप्त राजस्थान के भू-भाग के वायुमंडल में कहीं-कहीं संवहनीय धाराओं की उत्पत्ति हो जाती है, जिससे वायु भंवर उत्पन्न होते हैं जिन्हें क्षेत्रीय भाषा में ‘भभूल्या’ कहते हैं।

Q.28 राजस्थान में शीतकाल में वर्षा करने वाले चक्रवातो/ विक्षोभो की उत्पत्ति होती है।

  • भूमध्य सागर 
  • अरब सागर 
  • कैस्पियन सागर 
  • 1 व 3 दोनों 

Ans.  1 व 3 दोनों 
Exp. – राजस्थान में शीतकाल में वर्षा कराने वाले चक्रवातो/विक्षोभो की उत्पत्ति उत्तर-पश्चिमी हवाओं या भूमध्य सागरीय चक्रवातो (भूमध्य सागर और कैस्पियन सागर दोनों) से होती है, जिन्हें मावठ कहते हैं।

Q.29 राजस्थान की सर्दियों की वर्षा मुख्यत आती है (EO – 2008)

  1. दक्षिण-पश्चिमी हवाओं से 
  2. उत्तर-पश्चिमी हवाओं से 
  3. उत्तरी-पूर्वी हवाओं से
  4. संवहनीय धाराओं से

Ans.  2. उत्तर-पश्चिमी हवाओं से 

Q.30 राजस्थान में मावठ का सर्वाधिक प्रभाव कौन से जिले पर पड़ता है?

  1. श्रीगंगानगर 
  2. जोधपुर 
  3. चूरू 
  4. जयपुर

Ans.  4. जयपुर
Exp. – राजस्थान में शीतकाल में कभी-कभी वर्षा भूमध्यसागरीय चक्रवात (पश्चिमी विक्षोभ) के कारण होती है जिसे मावठ  कहते हैं। इन भूमध्यसागरीय चक्रवतो का राजस्थान में प्रवेश श्रीगंगानगर जिले से होता है तथा उनका सर्वाधिक प्रभाव (सर्वाधिक ओलावृष्टि) जयपुर जिले पर पड़ता है।

Q.31 राजस्थान की निम्न में से कौन सी फसल मावठ से लाभान्वित नहीं होती है? (स्कूल व्याख्याता परीक्षा 2020)

  1. गेहूं 
  2. चना 
  3. सरसों 
  4. कपास

Ans.  4. कपास
Exp. – क्योंकि मावठ सर्दियों में होती है और सर्दीयों में रबी की फसले होती है, अत: मावठ गेहूं, चना, सरसों, किन्नू, माल्टा आदि फसलों के लिए बहुत उत्तम (गोल्डन ड्राप) होती है।

Q.32 राजस्थान में शीतकाल में वर्षा करने वाले चक्रवातो/ विक्षोभो के बारे में कौन सा कथन गलत है?

  1. यह चक्रवात पछुआ पवनो के द्वारा ईरान, अफगानिस्तान तथा पाकिस्तान से होकर भारत के उत्तर-पश्चिम भागों में पहुंचते हैं।
  2. पश्चिमी विक्षोभ के कारण राजस्थान में दिसंबर-जनवरी महीनों में वर्षा होती है।
  3. शीतकाल में रात्रि के तापमान में वृद्धि इन विक्षोभो के आने का पूर्व संकेत माना जाता है।
  4. शीतकाल में दिन के तापमान में वृद्धि इन विक्षोभो के आने का पूर्व संकेत माना जाता है।

Ans.  4. शीतकाल में दिन के तापमान में वृद्धि इन विक्षोभो के आने का पूर्व संकेत माना जाता है।
Exp. – सर्दियों में पश्चिमी विक्षोभ कहे जाने वाले चक्रवात पूर्वी भूमध्य सागर पर उत्पन्न होते हैं और पूर्व की ओर चलते हुए पश्चिमी एशिया, ईरान, अफगानिस्तान तथा पाकिस्तान को पार करके भारत के उत्तर-पश्चिम भागों में पहुंचते हैं। शीतकाल में रात्रि के तापमान में वृद्धि इन चक्रवातो के आने का पूर्व संकेत माना जाता है। इन शीतोष्ण कटिबंधीय चक्रवातों के कारण उत्तर-पश्चिम राजस्थान में दिसंबर-जनवरी के महीनों में लगभग 10% वर्षा होती है।

Q.33 जनवरी माह की 6 डिग्री सेल्सियस समताप रेखा राजस्थान के कौन से जिलों से गुजरती है?

  1. जैसलमेर, जोधपुर, जयपुर, अलवर
  2. बीकानेर, नागौर, सीकर, झुंझुनू
  3. बाड़मेर, पाली, भीलवाड़ा, बूंदी
  4. बाँरा, बूंदी, सवाई माधोपुर, करौली

Ans.  2. बीकानेर, नागौर, सीकर, झुंझुनू
Exp. – शीत ऋतु में भारत के उत्तरी भागों से उत्तरी-पूर्वी हवाएं राजस्थान की ओर प्रवाहित होती है तो दूसरी और पश्चिम की ओर से आने वाली शीतकालीन चक्रवात के प्रवेश के कारण राजस्थान का उत्तरी भाग अधिक ठंडा रहता है।अत: जनवरी की 6 डिग्री सेल्सियस समताप रेखा राजस्थान के बीकानेर, नागौर, सीकर, झुंझुनू जिलों से होकर गुजरती है अर्थात राजस्थान के गंगानगर, हनुमानगढ़ बीकानेर, चूरू और झुंझुनूं जिले में तापमान 6 डिग्री सेल्सियस से भी कम होता है।

Q.34 राजस्थान के वे जिले जिनमें जनवरी में 10 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान होता है?

  1. बाड़मेर, कोटा और बूंदी
  2. जैसलमेर, जोधपुर और पाली
  3. अजमेर भीलवाड़ा और राजसमंद
  4. जयपुर अलवर और टोंक

Ans.  1. बाड़मेर, कोटा और बूंदी
Exp. – जनवरी की 10 डिग्री सेल्सियस समताप रेखा बाड़मेर, बाँरा, कोटा, बूंदी और सवाई माधोपुर जिलो से गुजरती है।

राजस्थान जनवरी समताप रेखाएं

Short Notes
जनवरी की 6 डिग्री सेल्सियस समताप रेखा गुजरती है – बीकानेर, नागौर, सीकर, झुंझुनू
जनवरी की 8 डिग्री सेल्सियस समताप रेखा गुजरती है – जैसलमेर, जोधपुर, पाली, राजसमंद, भीलवाड़ा, अजमेर, जयपुर, अलवर
जनवरी की 10 डिग्री सेल्सियस समताप रेखा गुजरती है – बाड़मेर, बाँरा, कोटा, बूंदी, सवाई माधोपुर

Q.35 राजस्थान राज्य में न्यूनतम ग्रीष्मकालीन तापमान आलेखित किया जाने वाला भाग है – (PTI 2015)

  1. दक्षिणी भाग 
  2. दक्षिण – पश्चिमी भाग 
  3. दक्षिण – पूर्वी भाग 
  4. उत्तर – पूर्वी भाग

Ans.  2. दक्षिण – पश्चिमी भाग 
Exp. – राजस्थान का दक्षिण-पश्चिम भाग (सिरोही) अधिक ऊंचाई पर होने के कारण गर्मियों में तापमान अपेक्षाकृत कम रहता है, क्योंकि ऊंचाई बढ़ने पर तापमान घटता है।

राजस्थान जून समताप रेखाएं

Q.36 भारत में उपलब्ध निम्न परिस्थितियों में से राजस्थान में सर्वाधिक रूप से उपलब्ध है – (RAS 1996)

  1. वायु तापमान में अतिशयता 
  2. निम्न सापेक्षिक आर्द्रता  
  3. वर्षों में बहुत अधिक विषमता 
  4. सूर्य धूप की दीर्घावधि

Ans. 3. वर्षों में बहुत अधिक विषमता 
Exp. – भारत के सभी राज्यों में से राजस्थान में वर्षा में बहुत अधिक विषमता (अर्थात अनिश्चितता व अनियमितता) उपलब्ध है। क्योंकि राजस्थान के दक्षिणी पूर्वी हिस्सों में 100 सेमी से भी अधिक बारिश हो जाती है, वही जैसलमेर में 5 सेमी से भी कम वर्षा होती है।

Q.37 राजस्थान की जलवायु दशाओं के संबंध में निम्नलिखित में से कौन सा कथन सत्य है –  (Librarian 2016)

  1. राजस्थान की जलवायु दशाएं तापमान और वर्षा की चरम सीमाओं से युक्त है। 
  2. राज्य की जलवायु उष्ण-शुष्क प्रकार की है। 
  3. राज्य में वर्षा की मात्रा दक्षिण-पूर्व से उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ती जाती है। 
  4. राज्य की जलवायु उष्ण-आर्द्र प्रकार की है।

Ans. 1. राजस्थान की जलवायु दशाएं तापमान और वर्षा की चरम सीमाओं से युक्त है। 
Exp. – राजस्थान की जलवायु दशाएं तापमान और वर्षा की चरम सीमाओं से युक्त है अर्थात राजस्थान में तापमान उच्चतम सीमा (50 डिग्री सेल्सियस) तक और वर्षा माउंट आबू क्षेत्र में 150 सेमी से भी अधिक (उच्चतम सीमा) वहीं जैसलमेर में 5 सेमी से भी कम (निम्नतम सीमा) होती है।
यहाँ चरम सीमा का मतलब या तो उच्चतम सीमा या निम्नतम सीमा होता है, अत: पहला कथन सत्य है। इसके अलावा राजस्थान में वर्षा की मात्रा उत्तर-पश्चिम से दक्षिण-पूर्व की ओर बढ़ती जाती है तथा राजस्थान की जलवायु उपोष्ण प्रकार की है।

Q.37(a) पश्चिम की तुलना में पूर्वी राजस्थान में जलवायु चरम सीमाएँ …..है – (RPSC EO/RO 14/5/2023)  

  1. निम्नतर 
  2. उच्चतर
  3. समान 
  4. अप्रत्याशित 

Ans. 1. निम्नतर 
Exp. – राजस्थान के पूर्वी हिस्से में जलवायु की चरम सीमाएं निम्नतम है अर्थात पूर्वी हिस्से में तापमान और वर्षा की मात्रा न अत्यधिक कम होती है न अत्यधिक ज्यादा होती है, जबकि पश्चिमी राजस्थान में तापमान अधिकतम व वर्षा न्यूनतम होती है अर्थात जलवायु चरम सीमाओं को छूती है। 

Q.38 गर्मियों में माउंट आबू का तापमान राजस्थान के अन्य स्थानों की तुलना में कम रहता है क्योंकि – (Jr. Accountant 2016)

  1. राजस्थान में माउंट आबू की समुद्र तट से दूरी सर्वाधिक है। 
  2. माउंट आबू में मानसूनी हवाओं का प्रभाव अधिक रहता है। 
  3. माउंट आबू उच्चतर ऊंचाई पर अवस्थित है। 
  4. माउंट आबू पर वायुमंडलीय दबाव कम है।

Ans. 3. माउंट आबू उच्चतर ऊंचाई पर अवस्थित है। 
Exp. – माउंट आबू की ऊंचाई अधिक होने के कारण वहाँ तापमान कम रहता है क्योंकि प्रति 165 मीटर की ऊंचाई पर जाने पर तापमान में 1 डिग्री सेल्सियस की कमी होती जाती है।

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