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राजस्थान के वन्य जीव अभयारण्यों के टॉप 130 महत्वपूर्ण प्रश्‍न (Rajasthan ke Vanya Jeev Abhyaran Mcq Question) | कंज़र्वेशन रिज़र्व, जिला शुभंकर, आखेट निषिद्ध क्षेत्र Mcq Question

Q.101 निम्न में से राजस्थान के कौनसे स्थान को जैव विविधता विरासत स्थल के रूप में चयन नहीं किया गया है – 

  1. केवड़ा की नाल (उदयपुर)
  2. नाग पहाड़ (अजमेर)
  3. छापोली मनसा माता (झुंझुनू)
  4. कनक सागर (बूंदी)

Ans. 4. कनक सागर (बूंदी)
Exp. – राजस्थान के 5 स्थलों को जैव विविधता विरासत स्थल के रूप में चयन किया गया है, जो निम्न है –
आकल वुड फॉसिल पार्क (जैसलमेर), केवड़ा की नाल (उदयपुर), राम कुण्डा (उदयपुर), नाग पहाड़ (अजमेर) और छापोली मनसा माता (झुंझुनू)

 

Q.102 जैव विविधता मापने के गणितीय सूचकांकों में से कौनसा एक स्थानीय स्तर पर किसी समुदाय/आवासीय क्षेत्र में माध्यम प्रजाति विविधता को दर्शाता है – (RAS Pre 2018)

  1. अल्फ़ा सूचकांक 
  2. बीटा सूचकांक
  3. गामा सूचकांक
  4. इनमें से कोई नहीं

Ans. 1. अल्फ़ा सूचकांक 

 

Short Notes
जैव विविधता से संबंधित अन्य तथ्य – 
– सर्वाधिक जैव विविधता वाला वन देववन (कोटा) है।
– राजस्थान सरकार द्वारा 15 मार्च 2010 को ‘राजस्थान जैव विविधता नियम’ पारित किए गए। 
‘राजस्थान राज्य जैव विविधता बोर्ड’ की स्थापना 14 सितम्बर 2010 को की गई। 
– जैव विविधता के लिए ‘साबेला जलाशय’ (डूंगरपुर) प्रसिद्ध है।  
–  ‘राजस्थान राज्य जैव विविधता बोर्ड’ द्वारा स्वीकृत सूची में राजस्थान में 40 प्रकार की दुर्लभ, लुप्तप्राय तथा संकटग्रस्त वनस्पतियाँ रखी गई है। 
– ‘राजस्थान वानिकी एव जैव विविधता परियोजना’ JICA द्वारा वित्तपोषित है। 

Q.103 निम्नलखित में से कौनसा कथन असत्य है – (REET 24-7-2022)

  1. जवाहर सागर अभयारण्य कोटा, बूंदी, चितौड़गढ़ में है। 
  2. केसरबाग वन्य जीव अभयारण्य धौलपुर में है। 
  3. अर्द्ध उष्ण कटिबंधीय सदाबहार वनों को मानसूनी वन भी कहते है। 
  4. “राजस्थान का कल्पवृक्ष” रोहिड़ा है। 

Ans. 4. “राजस्थान का कल्पवृक्ष” रोहिड़ा है। 
Exp. –  राजस्थान का कल्पवृक्ष खेजड़ी को कहते है।

 

Q.104 भारतीय वन्यजीव सरंक्षण अधिनियम, 1972 को राजस्थान में किस वर्ष लागू किया गया – (कनिष्ठ अनुदेशक वेल्डर 2018)

  • 1972
  • 1974
  • 1973
  • 1975

Ans. 1973
Exp. –  भारत सरकार द्वारा वन्यजीव सरंक्षण अधिनियम-1972 को 9 सितम्बर 1972 से लागु किया गया। राजस्थान सरकार द्वारा इस अधिनियम को 1 सितम्बर 1973 से लागु किया गया।

 

Q.105 निम्न में से जरखों के लिए प्रसिद्ध वन्य जीव अभयारण्य कौनसा है – 

  1. कुम्भलगढ़ वन्य जीव अभयारण्य
  2. सीतामाता वन्य जीव अभयारण्य
  3. आबू पर्वत वन्य जीव अभयारण्य
  4. बंध बारेठा वन्य जीव अभयारण्य

Ans. 4. बंध बारेठा वन्य जीव अभयारण्य
Exp. –  1985 में स्थापित ‘बंध बारेठा वन्य जीव अभयारण्य’ जरखों और जल प्रपात के लिए प्रसिद्ध है। इसे ‘परिंदो का घर’ भी कहते है। यहाँ बया पक्षी सर्वाधिक पाया जाता है। यह अभयारण्य घना पक्षी विहार (भरतपुर) से 50 किमी. दूरी पर स्थित है।  

 

Q.106 ‘घड़ियालों की पसंद’ उपनाम से प्रसिद्ध वन्य जीव अभयारण्य निम्न में से कौनसा है – 

  1. सीतामाता वन्य जीव अभयारण्य 
  2. बस्सी वन्य जीव अभयारण्य 
  3. शेरगढ़ वन्य जीव अभयारण्य 
  4. भैंसरोड़गढ़ वन्य जीव अभयारण्य

Ans. 4. भैंसरोड़गढ़ वन्य जीव अभयारण्य
Exp. –  घड़ियालों की पसंदीदा जगह भैंसरोड़गढ़ वन्य जीव अभयारण्य है। घड़ियालों के सरंक्षण हेतु राष्ट्रीय चम्बल अभयारण्य प्रसिद्ध है और घड़ियालों के प्रजनन केंद्र हेतु जवाहर सागर वन्य जीव अभयारण्य प्रसिद्ध है।  

 

Q.107 राजस्थान का वह अभयारण्य जो हरे कबूतरों के लिए प्रसिद्ध है – (पशुधन सहायक 2018)(हथकरघा निरीक्षक 2019)

  1. सरिस्का 
  2. केवलादेव 
  3. रणथम्भौर 
  4. तालछापर

Ans. 1. सरिस्का
Exp. –  सरिस्का वन्य जीव अभ्यारण्य में सर्वाधिक लंगूर, हरे कबूतर पाये जाते है, तो यहाँ के कालीघाटी क्षेत्र में सर्वाधिक मोर घनत्व पाया जाता है। हरा कबूतर कभी जमीन पर अपना पैर नहीं रखता है। सरिस्का के अलावा थावला गाँव (नागौर) एव तिलोरा गॉँव (अजमेर) में भी हरे कबूतर के दर्शन किये जा सकते है। यह अभयारण्य ‘रीसस बन्दर’ के लिए प्रसिद्ध है।  

 

Q.108 घड़ियालों की प्रजाति को सरंक्षित करने के लिए कौनसा अभयारण्य है – (2nd Grade 2011)

  1. जयसमंद अभयारण्य
  2. बंध बरेठा अभयारण्य 
  3. राष्ट्रीय चम्बल अभयारण्य
  4. जवाहर सागर अभयारण्य

Ans. 3. राष्ट्रीय चम्बल अभयारण्य
Exp. –  राष्ट्रीय चम्बल अभयारण्य का उद्देश्य घड़ियालों की प्रजाति को सरंक्षित करना और उनकी संख्या में वृद्धि करना है। इसे ‘घड़ियालों का संसार’ के नाम से जाना जाता है। घड़ियालों (मगरमच्छ) के प्रजनन केंद्र के लिए जवाहर सागर अभयारण्य प्रसिद्ध है।

 

Q.109 चपल गंगाई डॉल्फिन (शिशुमार मछली) कौनसे वन्य जीव अभयारण्य में पायी जाती है – 

  1. बंध बरेठा अभयारण्य 
  2. जवाहर सागर अभयारण्य
  3. भैंसरोड़गढ़ वन्य जीव अभयारण्य
  4. राष्ट्रीय चम्बल वन्य जीव अभयारण्य

Ans. 4. राष्ट्रीय चम्बल वन्य जीव अभयारण्य
Exp. –   चम्बल अभयारण्य में प्रमुख रूप से घड़ियाल (मगरमच्छ), शिशुमार मछली (चपल गंगाई डॉल्फिन), ऊदबिलाव, व गांगेय सूंस (शर्मीला जीव) जैसे स्तनधारी जीव पाये जाते है। 

Q.110 ‘चीतल की मातृभूमि’ के नाम से कौनसा अभयारण्य प्रसिद्ध है – 

  1. बंध बारेठा वन्य जीव अभयारण्य
  2. गजनेर वन्य जिव अभयारण्य 
  3. सीतामाता वन्य जिव अभयारण्य
  4. सरिस्का वन्य जीव अभयारण्य

Ans. 3. सीतामाता वन्य जिव अभयारण्य
Exp. –   ‘चीतल की मातृभूमि’ के नाम से सीतामाता वन्यजीव अभयारण्य प्रसिद्ध है, जबकि ‘चीतलों की चहल-पहल’ के उपनाम से बस्सी वन्यजीव अभयारण्य जाना जाता है।  

Q.111  राजस्थान का वह अभयारण्य जो चौसिंगा के लिए प्रसिद्ध है – 

  1.  कुंभलगढ़ वन्यजीव अभयारण्य
  2.  जमवारामगढ़ वन्यजीव अभयारण्य
  3.  दर्रा वन्य जीव अभयारण्य
  4.  सीतामाता वन्यजीव अभयारण्य

Ans. 4. सीतामाता वन्यजीव अभयारण्य
Exp. –    सीतामाता वन्यजीव अभयारण्य चीतल , उड़न गिलहरी ( साधारणतया महुआ के पेड़ पर रहती है तथा इसे देखने का अच्छा समय सूर्य की छिपने के बाद का होता है) और चौसिंगा के लिए प्रसिद्ध है। चीतल और चौसिंगा दिखने में हिरण जैसे लगते हैं लेकिन चौसिंगा में चार सींग (विश्व का एकमात्र ऐसा हिरण जिसके नर के 4 सींग होते हैं) पाए जाते हैं। चौसिंगा एक एंटीलोप प्रजाति का दुर्लभ जीव है जिसे स्थानीय भाषा में भेड़ल या घण्टेल भी कहते हैं।

Q.112 बघरों व बहोरा पक्षी के लिए कौनसा अभयारण्य प्रसिद्ध है –

  1. जयसमंद अभयारण्य 
  2. सज्जनगढ़ अभयारण्य 
  3. बंध बारेठा अभयारण्य
  4. नाहरगढ़ अभयारण्य 

Ans. 1. जयसमंद अभयारण्य 

Q.113 निम्न में से कौनसा अभयारण्य है, जहाँ भालू पाये जाते है – 

  1. शेरगढ़ अभ्यारण्य 
  2. सज्जनगढ़ अभयारण्य 
  3. कुम्भलगढ़ अभयारण्य 
  4. माउंट आबू अभयारण्य 

Ans. 4. माउंट आबू अभयारण्य
Exp. – राजस्थान का एकमात्र पहाड़ी पर स्थित अभयारण्य है, जो जंगली मुर्गों, भालुओं, युब्लेफरिस (सबसे सुन्दर छिपकली) हेतु प्रसिद्ध है। यहां ‘डिक्लिपटेरा आबू एंसिस’ नामक दुर्लभ वनस्पति (घास) पाई जाती है, जो विश्व में केवल आबू पर्वत पर ही देखने को मिलती है।  ‘ग्रीन मुनिया’ नामक चिड़िया आबू पर्वत पर मिलती है।  केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने माउंट आबू को इको सेंसेटिव जोन जून 2009 में घोषित किया है। 

Short Notes
राजस्थान के अभयारण्यों में पाए जाने वाले संबंधित वन्य जीव निम्नलिखित है –

राष्ट्रीय उद्यान/अभयारण्य संबंधित वन्य जीव
मुकुंदरा हिल्स राष्ट्रीय उद्यानगागरोनी/हीरामन तोते/ हिंदुओं का आकाश लोचन, घड़ियाल, सारस
रणथम्भौर राष्ट्रीय उद्यानदुर्लभ काला गरुड़,  रेटेड तीतर (लाल सिर वाले तोते)
बंध बारेठा वन्य जीव अभयारण्यजरख, बया पक्षी
भैंसरोड़गढ़ वन्य जीव अभयारण्यघड़ियाल
बस्सी वन्य जीव अभयारण्यचीतल, जंगली बाघ
गजनेर वन्य जीव अभयारण्यरेत का तीतर, जंगली सुअर 
सरिस्का वन्य जीव अभयारण्यहरे कबूतर, रीसस बन्दर, मयूर, लंगूर 
राष्ट्रीय चम्बल अभयारण्यघड़ियाल (मगरमच्छ), शिशुमार मछली (चपल गंगाई डॉल्फिन), ऊदबिलाव, गांगेय सूंस 
सीतामाता वन्यजीव अभयारण्य चीतल, चौसिंगा, उड़न गिलहरी, सागवान वृक्ष
सज्जनगढ़ वन्य जीव अभयारण्यलोमड़ी, नीलगाय  
जयसमंद अभयारण्यबघेरा, बहोरा पक्षी 
माउन्ट आबू अभयारण्यजंगली मुर्गे, भालू, युब्लेफरिस (सबसे सुन्दर छिपकली), ग्रीन मुनिया नामक चिड़िया
गजनेर अभयारण्यरेत का तीतर/इम्पीरियल सेण्ड ग्राउज (बटबड़ पक्षी), जंगली सुअर  

राजस्थान के कंज़र्वेशन रिज़र्व क्षेत्र (सरंक्षित क्षेत्र) Mcq Questons

Q.114 राजस्थान का पहला कंजर्वेशन रिजर्व है –

  1. सुंधा माता 
  2. बीसलपुर 
  3. बांसियाल खेतड़ी  
  4. शाकंभरी

Ans. 2. बीसलपुर
Exp. –  राजस्थान का पहला कंजर्वेशन रिजर्व बीसलपुर कंजर्वेशन रिजर्व टोंक जिले में स्थित है, जिसको 13 अक्टूबर 2008 को कंजर्वेशन रिजर्व घोषित किया गया था। 

Q.115 राजस्थान का नवीनतम कंजर्वेशन रिजर्व है –  (Librarian 11-9-2022)

  1. मनसा माता 
  2. शाहबाद के जंगल 
  3. रणखार 
  4. रोटू 

Ans. 3. रणखार
Exp. –  25 अप्रैल 2022 को वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 36 (क) तहत जालौर की चितलवाना तहसील के अंतर्गत रणखार गांव की 72.88 वर्ग किमी. भूमि को कंजर्वेशन रिजर्व घोषित किया गया है। यह राजस्थान का 16 वां कंजर्वेशन रिजर्व है। यह जंगली गधों के लिए प्रसिद्ध है। 
Note – अगस्त 2023 तक राजस्थान में कुल 27 कंजर्वेशन रिजर्व हो गए है, जिसमें से नवीनतम कंजर्वेशन रिजर्व बारां जिले में स्थित बांझ आमली कंजर्वेशन रिजर्व’है, जिसको मई 2023 में कंजर्वेशन रिजर्व घोषित किया गया था।

Q.116 क्षेत्रफल की दृष्टि से राजस्थान का सबसे बड़ा कंजर्वेशन रिजर्व है – 

  1. गोगेलाव  
  2. शाहबाद
  3. रणखार 
  4. रोटू   

Ans. 2. शाहबाद
Exp. –  For More Details – Click Here 

Q.117 गोगेलाव सरंक्षित क्षेत्र किस जिले में स्थित है – (RAS 2021) 

  1. पाली 
  2. चूरु 
  3. नागौर 
  4. जालौर

Ans. 3. नागौर 
Exp. –  गोगेलाव कंजर्वेशन रिजर्व नागौर जिले में 3.58 वर्ग किमी क्षेत्र में स्थित है, जिसको  9 मार्च 2012 को कंजर्वेशन रिजर्व घोषित किया गया था। 

Q.118 ‘उम्मेदगंज संरक्षण क्षेत्र’ राजस्थान के किस जिले में स्थित है – (REET Mains 28/2/2023)

  1. उदयपुर 
  2. राजसमंद 
  3. चितौड़गढ़ 
  4. कोटा 

Ans. 4. कोटा
Exp. –   उम्मेद भवन (छीतर पैलेस) जोधपुर में स्थित है। सूती वस्र की ‘महाराजा उम्मेद सिंह मिल्स’ पाली जिले में स्थित है। 

Q.119 निम्नलिखित में से कौन सा कंजर्वेशन रिजर्व क्षेत्र नहीं है – (Firman 29-1-2022)

  1. उम्मेदगंज पक्षी विहार 
  2. शाकंभरी 
  3. माचिया सफारी 
  4. सुंधा माता

Ans. 3. माचिया सफारी 
Exp. –  माचिया सफारी जोधपुर में स्थित एक बायोलॉजिकल पार्क है। 

Q.120 कौन सा संरक्षित क्षेत्र-स्थान सम्मिलित नहीं है – (PSI 2021)

  1. रोटू –  नागौर 
  2. उम्मरदगंज – अजमेर
  3. बीड़ – झुंझुनू  
  4. गुढ़ा विश्नोइयान –  जोधपुर

Ans. 2. उम्मरदगंज – अजमेर
Exp. –  उम्मेदगंज पक्षी विहार कोटा जिले के 2.72 वर्ग किमी. क्षेत्र में स्थित है। 

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