आर्थिक समीक्षा 2022-23 के अनुसार वर्तमान में (नवम्बर 2022 तक) राजस्थान में कुल स्थापित बिजली क्षमता 23,487 MW है, जो दिसम्बर 2021 तक 23321.40 MW थी। इस कुल विद्युत से सबसे अधिक विद्युत तापीय सयंत्र (थर्मल पॉवर प्लांट) से 13488.37 MW (57.42%) प्राप्त होती है, इसके बाद क्रमशः पवन सयंत्र से 3730.35 MW (15.88%), सौर सयंत्रों से 3348.60 MW (14.25%) और जल विद्युत् सयंत्रो से 1757.95 MW (7.48%) प्राप्त होती है।
अतिरिक्त जानकारी 👇🏾
⤷ राजस्थान सरकार ने राजस्थान राज्य के गठन के बाद चितौड़गढ़ जिले के रावतभाटा के पास राजस्थान का पहला 21 MW का राणा प्रतापसागर बिजली घर (जल विद्युत सयंत्र) 1956 में स्थापित किया।
⤷ राजस्थान में विद्युत विकास हेतु 1 जुलाई 1957 को राजस्थान राज्य विद्युत मंडल (RSEB) की स्थापना की गई।
⤷ राजस्थान स्टेटिकल ईयर बुक (2018) के अनुसार 2015-16 में देश में अधिष्ठापित ऊर्जा क्षमता में (प्रतिलाख जनसंख्या पर) राजस्थान का 12 वां स्थान रहा है।
⤷ राजस्थान में प्रतिलाख जनसंख्या पर 21.08 मेगावाट ऊर्जा सयंत्र स्थापित है, जो राष्ट्रीय औसत 23.89 मेगावाट से कम है।
⤷ राजस्थान का प्रतिव्यक्ति ऊर्जा जनरेशन में देश में 10 वां स्थान है।
⤷ राजस्थान में सर्वाधिक सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा व बायोगैस की सम्भावनाएँ है।
⤷ पश्चमी राजस्थान में ऊर्जा के गैर-परंपरागत स्रोत ‘सौर ऊर्जा’ के विकास की विफुल संभावनाएं है।
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