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राजस्थान की सिंचाई परियोजनाएं (rajasthan ki sinchai pariyojana), प्रमुख नहरें, बहुउद्देशीय नदी घाटी परियोजनाएं – महत्वपूर्ण प्रश्‍न (MCQs), Short Notes, questions और Map 

Q.81 निम्न में से कौन चौधरी कुंभाराम नहर द्वारा लाभान्वित है?(RAS 2016)(Head Master 2018)

  1. हनुमानगढ़ – झुंझुनू 
  2. भीलवाड़ा – टोंक 
  3. बीकानेर – जोधपुर 
  4. बाड़मेर – जैसलमेर

Ans. 1. हनुमानगढ़ – झुंझुनू 
Exp. – चौधरी कुंभाराम आर्य लिफ्ट नहर (प्राचीन नाम नोहर-सोहवा लिफ्ट नहर से 4 जिले हनुमानगढ़, चूरु, झुंझुनू, बीकानेर लाभान्वित होते हैं। हाल ही में झुंझुनू के उदयपुरवाटी और सूरजगढ़ तथा बाड़मेर के चौहटन क्षेत्र को पेयजल से जोड़ने के लिए 4765 करोड़ रुपए की स्वीकृति 14 जुलाई 2021 को राज्य सरकार द्वारा दी गई है। यह सहायक नहरों सहित सबसे लंबी लिफ्ट नहर (666.5 किमी.) है।

Q.82 इंदिरा गांधी नहर की जयनारायण व्यास लिफ्ट से राजस्थान के कौनसे जिले लाभान्वित है? (JEN सिविल डिप्लोमा 2016)

  1. जोधपुर एवं बीकानेर 
  2. बीकानेर एवं नागौर 
  3. जोधपुर एवं जैसलमेर 
  4. बीकानेर एवं जैसलमेर

Ans. 3. जोधपुर एवं जैसलमेर 
Exp. – जयनारायण व्यास लिफ्ट नहर (प्राचीन नाम पोकरण लिफ्ट नहर) से जैसलमेर व जोधपुर जिले की जलापूर्ति होती है।

Q.83 इंदिरा गांधी नहर परियोजना की कौन सी लिफ्ट नहर से केवल बीकानेर जिले को जलापूर्ति होती है?

  1. पन्नालाल बारूपाल लिफ्ट नहर
  2. कंवर सेन लिफ्ट नहर 
  3. वीर तेजाजी लिफ्ट नहर 
  4. डॉ. करणी सिंह लिफ्ट नहर

Ans. 3. वीर तेजाजी लिफ्ट नहर 
Exp. – वीर तेजाजी लिफ्ट नहर सबसे छोटी लिफ्ट नहर है, जिससे केवल बीकानेर जिले को जलापूर्ति होती है।

Q.84 इंदिरा गांधी नहर परियोजना की कौन सी एकमात्र लिफ्ट नहर से बीकानेर जिले को जलापूर्ति नहीं होती है?

  1. चौधरी कुंभाराम आर्य लिफ्ट नहर 
  2. गुरु जम्भेश्वर लिफ्ट नहर 
  3. पन्नालाल बारूपाल लिफ्ट नहर 
  4. जयनारायण व्यास लिफ्ट नहर

Ans. 4. जयनारायण व्यास लिफ्ट नहर
Exp. – जयनारायण व्यास लिफ्ट नहर को छोड़कर शेष सभी लिफ्ट नहरों से बीकानेर जिले को पानी की सप्लाई की जाती है। जय नारायण व्यास लिफ्ट नहर से जैसलमेर व जोधपुर जिलों को जलापूर्ति की जाती है।

Q.85 कंवर सेन लिफ्ट नहर द्वारा लाभान्वित जिला युग्म है – (JEN विद्युत डिप्लोमा 2020)

  1. बीकानेर और  गंगानगर 
  2. बीकानेर और नागौर 
  3. जैसलमेर और जोधपुर 
  4. चूरू और झुंझुनूं

Ans. 1. बीकानेर और  गंगानगर 
Exp. – कंवर सेन लिफ्ट नहर को ‘बीकानेर नगर की जीवन रेखा’ कहते हैं। इससे बीकानेर और गंगानगर जिले की जलापूर्ति होती है।

Q.86 सम्मिलित कीजिए – (Head Master 2012)(RAS 2013)
लिफ्ट परियोजना     पीने के पानी की आपूर्ति
(a) कंवर सेन लिफ्ट नहर (1) नागौर को
(b) गंधेली-साहवा लिफ्ट परियोजना (2)जोधपुर को
(c) राजीव गांधी लिफ्ट नहर (3) चूरु को
(d) गजनेर लिफ्ट परियोजना (4) बीकानेर को

  • a-1, b-4, c-3, d-2
  • a-2, b-1, c-4, d-3
  • a-4, b-3, c-2, d-1
  • a-2, b-2, c-1, d-4

Ans. a-4, b-3, c-2, d-1

Q.87 लिफ्ट नहर – लाभान्वित जिले सुमेलित नहीं है – (JEN यांत्रिक/विद्युत् डिग्री 2020) 

  1. कोलायत – जोधपुर, बीकानेर 
  2. गजनेर – बीकानेर – नागौर 
  3. फलौदी – जैसलमेर, बीकानेर 
  4. बांगड़सर – बीकानेर, जैसलमेर 

Ans. 4. बांगड़सर – बीकानेर, जैसलमेर 
Exp. – वीर तेजाजी लिफ्ट नहर (प्राचीन नाम – बांगड़सर) से लाभान्वित जिला केवल बीकानेर है। यह इंदिरा गाँधी नहर की लिफ्ट नहरों में से सबसे छोटी नहर है। 

Q.88 सुमेलित कीजिए – (Librarian 2016)(ग्राम सेवक 2016)
लिफ्ट नहरे                लाभान्वित जिले 
(a) जय नारायण व्यास  (1) बीकानेर, नागौर 
(b) चौधरी कुम्भाराम   (2)जोधपुर, बीकानेर 
(c) पन्ना लाल बारूपाल (3)जोधपुर, जैसलमेर 
(d) डॉ. करणी सिंह  (4) हनुमानगढ़, चूरू 

  1. a-3, b-1, c-2, d-4
  2. a-1, b-2, c-3, d-4
  3. a-3, b-4, c-1, d-2
  4. a-4, b-1, c-3, d-2

Ans. 3. a-3, b-4, c-1, d-2

Short Notes
इंदिरा गाँधी नहर की सहायक लिफ्ट नहरों से लाभान्वित होने वाले जिले निम्नलिखित है – 

नहरे लाभान्वित जिले
चौधरी कुंभाराम आर्य लिफ्ट नहर
(नोहर-सोहवा लिफ्ट नहर)
हनुमानगढ़, चूरु, झुंझुनू, बीकानेर
कंवर सेन लिफ्ट नहर 
(लूणकरणसर लिफ्ट नहर)
गंगानगर व बीकानेर 
पन्नालाल बारूपाल लिफ्ट नहर
(गजनेर लिफ्ट नहर)
बीकानेर और नागौर
वीर तेजाजी लिफ्ट नहर
(बांगड़सर लिफ्ट नहर)
बीकानेर
डॉ. करणी सिंह लिफ्ट नहर
(कोलायत लिफ्ट नहर)
बीकानेर और जोधपुर
गुरु जम्भेश्वर लिफ्ट नहर
(फलौदी लिफ्ट नहर)
जैसलमेर, बीकानेर व जोधपुर 
जयनारायण व्यास लिफ्ट नहर
(पोकरण लिफ्ट नहर)
जैसलमेर व जोधपुर

Q.89 पन्नालाल बारूपाल कैनाल के जल का स्रोत है? (LDC 2014)

  1. जवाई बांध 
  2. पिचियाक बांध 
  3. हरिके बैराज बांध 
  4. राणा प्रताप बांध

Ans. 3. हरिके बैराज बांध
Exp. – सतलुज और व्यास नदी के संगम हरिके बैराज बांध से इंदिरा गांधी मुख्य नहर निकाली गई है तथा पन्नालाल बारूपाल कैनाल इंदिरा गांधी नहर की एक लिफ्ट नहर है, जिससे बीकानेर और नागौर जिला में जलापूर्ति होती है।

Q.90 इंदिरा गांधी नहर किस नदी से निकाली गई है- (महिला पर्यवेक्षक 2015) 

  1. व्यास 
  2. सतलज 
  3. झेलम 
  4. रावी

Ans. 2. सतलज
Exp. – इंदिरा गांधी नहर का उद्गम पंजाब राज्य के फिरोजपुर शहर के निकट स्थित व्यास व सतलज नदी के संगम पर 1952 में बने हरिके बैराज नामक बांध से होता है। बैराज से तात्पर्य जहां से सिंचाई के लिए नहरों को निकाला जाता है।

Q.91 गंग नहर किस नदी से निकाली गई है-

  1. सिंधु 
  2. व्यास 
  3. सतलज 
  4. घग्गर

Ans. 3. सतलज
Exp. – गंग नहर को फिरोजपुर पंजाब के निकट हुसैनीवाला नामक स्थान पर सतलज नदी से निकाला गया है। इस नहर की आधारशिला बीकानेर के महाराजा गंगा सिंह (राजस्थान का भागीरथ) द्वारा 5 सितंबर 1921 ई. में रखी गई थी। इसका उद्घाटन 26 अक्टूबर 1927 ई. को वायसराय लॉर्ड इरविन ने किया था।

Q.92 कौन सा एक कथन सही नहीं है- (RAS 2012)

  1. कुएं एवं नलकूप राजस्थान में सिंचाई के लिए प्रमुख साधन है। 
  2. गंग नहर का निर्माण कार्य 1927 में पूर्ण हुआ था। 
  3. इंदिरा गांधी नहर के जल का उपयोग केवल सिंचाई के लिए होता है। 
  4. खड़ीन शुष्क राजस्थान में जल संरक्षण की परंपरागत विधि है।

Ans. 3. इंदिरा गांधी नहर के जल का उपयोग केवल सिंचाई के लिए होता है। 
Exp. – इंदिरा गांधी नहर परियोजना राजस्थान की ही नहीं बल्कि भारत की एक विशाल बहुउद्देशीय (पेयजल, सिंचाई) परियोजना है। मरुस्थल के भागीरथ कंवर सेन को इंदिरा गांधी नहर परियोजना को बनाने की प्रेरणा गंग नहर से मिली थी, जिसका निर्माण कार्य 1927 में पूर्ण हो गया था।

Q.93 इनमें से कौन सा इंदिरा गांधी नहर परियोजना का लाभ नहीं है –

  1. सिंचाई 
  2. पेयजल
  3. मरुस्थलीय जैव विविधता को नुकसान
  4. जनसंख्या बसाव एवं अधिवासों का फैलाव

Ans. 3. मरुस्थलीय जैव विविधता को नुकसान
Exp. – वातावरणीय कारको में आए तीव्र बदलाव से शुष्क क्षेत्रीय वनस्पति एवं जैव विविधता को खतरा उत्पन्न हुआ है, जैसे उपयोगी सेवण घास के मैदान खेतों में तब्दील होने से जीव जंतुओं का निष्क्रमण बढ़ा है। वहीं दूसरी ओर इस परियोजना से कृषि, उद्योग और पशुपालन में वृद्धि के कारण मरुस्थल में नगर, मंडी, कस्बे तथा गांवों का विकास तीव्र गति से हो रहा है।

Q.94 इंदिरा गांधी नहर परियोजना के बारे में निम्न में से कौन सा कथन गलत है –

  1. इस परियोजना से मरुस्थल विस्तार पर रोक लगी है।
  2. इस परियोजना से पशुपालन में वृद्धि हुई है 
  3. इस परियोजना से सेम की समस्या कम हुई है।
  4. इस परियोजना से रोजगार के अवसरों में वृद्धि हुई है।

Ans. 3. इस परियोजना से सेम की समस्या कम हुई है।
Exp. – नहरी जल के रिसाव व अत्यधिक सिंचाई के कारण भूजल स्तर के ऊपर आ जाने से भूमि का दलदली हो जाना ही सेम की समस्या कहलाता है। इससे भूमि की उर्वरा शक्ति नष्ट हो जाती है। इसके अलावा पानी के अत्यधिक प्रयोग की वजह से भूमि में लवणीयता व क्षारीयता भी बढ़ती है। भूमि में वर्ष भर नमी बने रहने के कारण राज्य के इन क्षेत्रों में टिड्डियों का प्रकोप बढ़ा है।

Short Notes
इंदिरा गांधी नहर परियोजना के लाभ – 
मरुस्थल विस्तार पर रोक – नहर के किनारे व खेतों की सीमाओं पर वृक्षारोपण करके, खेतों में फसलें उगाकर मरुस्थल प्रसार पर रोक लगाई जा सकती है।
चरागाह विकास एवं पशुपालन में वृद्धि – मरुस्थल में जल उपलब्ध होने से चरागाहों (पशुओं का चरने वाला मैदान) का विकास किया जा सकेगा, जिससे पशुपालन में वृद्धि होगी और पशुओं का पलायन रुकेगा।
जनसंख्या बसाव एवं अधिवासों का फैलाव – जहां दूर-दूर तक जनसंख्या निवास नहीं करती थी, वहां आज कृषि, उद्योग और पशुपालन में वृद्धि के कारण इस प्रदेश में नगर, मंडी, कस्बे तथा गांवों का विकास तीव्र गति से हो रहा है। अब तक इस क्षेत्र में भूमिहीन किसानों, सैनिकों, व्यापारियों, अनुसूचित जाति आदि को लगभग 10 लाख हेक्टेयर भूमि आवंटित की जा चुकी है।
सिंचित क्षेत्र में विस्तार – इंदिरा गांधी नहर से हनुमानगढ़, गंगानगर, बीकानेर और जैसलमेर जिलों की लगभग 15 लाख हेक्टेयर भूमि पर सिंचाई हो सकेगी।
कृषि उत्पादन में वृद्धि – इस योजना से लगभग 37 लाख टन वार्षिक कृषि उत्पादन में वृद्धि होगी।
पेयजल एवं उद्योगों हेतु जल की सुलभता  – जैसलमेर, जोधपुर, बीकानेर नगरों के साथ-साथ इस क्षेत्र के गांवों को भी शुद्ध पेयजल और उद्योगों के लिए जल उपलब्ध हो सकेगा।
अकाल पर रोक – राजस्थान नियमित रूप से अकाल की चपेट में आता रहता है, पानी उपलब्ध होने से अकाल स्वतः समाप्त हो जाएगा।
अन्य लाभ निम्नलिखित है-
मत्स्य उत्पादन
औद्योगिक विकास
पर्यटन विकास 
विद्युत उत्पादन
परिवहन का विकास 
खनिज विदोहन
रोजगार के अवसरों में वृद्धि

Q.95 राजस्थान की पहली नहर सिंचाई परियोजना कौनसी थी?

  1. भाखड़ा नांगल परियोजना 
  2. गंग नहर परियोजना 
  3. इंदिरा गांधी नहर परियोजना
  4. चंबल नदी परियोजना

Ans. 2. गंग नहर परियोजना
Exp. – राजस्थान के सिंचाई इतिहास में गंग नहर का नाम अति महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह पहली वृहद् नहर है, जिसके द्वारा मरुस्थल की प्यासी धरती को जल प्रदान किया गया। इसका निर्माण 1927 में बीकानेर के महाराजा गांगसिंह द्वारा करवाया गया था। 

Q.96 गंग नहर, जो सबसे पुरानी नहरों में से एक है, का निर्माण गंगासिंह जी ने करवाया – (RAS 2010)(महिला पर्यवेक्षक 2015)

  • 1930 में 
  • 1927 में
  • 1944 में
  • 1932 में

Ans. 1927 में
Exp. – गंग नहर को बनवाने का श्रेय बीकानेर के तत्कालीन महाराजा गंगा सिंह को जाता है, जिन्होंने अपनी अदभुद सूझबूझ द्वारा सीमित साधन होते हुए भी गंग नहर का निर्माण 1927 ई. में करवाया। यह राजस्थान की ही नहीं अपितु विश्व की सबसे प्राचीन प्रथम पक्की नहर है।

Q.97 गंग नहर की निर्माण अवधि है – (जेल प्रहरी 2018)

  • 1921-22
  • 1927-32
  • 1922-27
  • 1932-37

Ans. 1922-27
Exp. – गंग नहर की आधार शिला बीकानेर के महाराजा गंगासिंह ने 5 सितम्बर 1921 ई को रखी तो, इसका उद्घाटन 26 अक्टुम्बर 1927 ई को वायसराय लॉर्ड इरविन ने किया।   

Q.98 गंग नहर द्वारा सर्वाधिक लाभान्वित जिला है-

  1. श्रीगंगानगर 
  2. हनुमानगढ़ 
  3. बीकानेर 
  4. चूरु 

Ans. 1. श्रीगंगानगर 
Exp. –  गंग नहर द्वारा सर्वाधिक सिंचाई श्रीगंगानगर जिले में होती है। विभाजन से पूर्व किए गए पानी के बंटवारे के अनुसार रावी-व्यास नदियों के पानी में से इस नहर का हिस्सा 1.11 M.A.F (Million acre-foot) है। विभाजन के पश्चात रावी-व्यास नदियों के अतिरिक्त पानी में राजस्थान के हिस्से में से 0.33 M.A.F पानी इस नहर को और आवंटित किया गया है। अब नहर को कुल आवंटित किए गए पानी की मात्रा 1.44 M.A.F है।

Q.99 ‘राजस्थान का धान्यागार’ कहा जाने वाला क्षेत्र सिंचाई के लिए पानी कहां से लेता है? (कनिष्ठ अनुदेशक वेल्डर 2019) 

  1. गंगनहर 
  2. यमुना नहर
  3. गुड़गांव नहर 
  4. भाकड़ा नहर 

Ans. गंगनहर 
Exp. –  राजस्थान का धान्यगार गंगानगर क्षेत्र सिंचाई हेतु गंगनहर व इंदिरा गाँधी नहर से पानी लेता है। 

Q.100 गंग नहर की रिसाव की समस्या को सुधारने एवं मरम्मत करने हेतु बाईपास के रूप में गंग नहर लिंक चैनल को इंदिरा गांधी नहर के साथ किस स्थान पर जोड़ा गया है –

  1. साधुवाली, श्रीगंगानगर
  2. लौहगढ़, हरियाणा
  3. दिनगढ़, हनुमानगढ़ 
  4. लांबी पंजाब

Ans. 2. लौहगढ़, हरियाणा
Exp. –  गंगनहर को शिवपुर हैड तक पक्का बनवाया गया है, किंतु समय के साथ इस में रिसाव (Leakage) की समस्या अधिक होती जा रही है। इस समस्या के निराकरण हेतु गंग नहर लिंक चैनल को बाईपास के रूप में बनवाने के लिए 15 फरवरी 1984 को निर्माण शुरू हुआ। गंग नहर लिंक चैनल को हरियाणा के लौहगढ़ के पास से इंदिरा गांधी नहर से निकाला गया है जो आगे जाकर श्रीगंगानगर के साधुवाली स्थान पर गंग नहर में मिलती है। इस लिंक चैनल की कुल लंबाई 76.14 किमी. (7 किमी. हरियाणा में + 69.14 किमी. राजस्थान में) है। इस चैनल की क्षमता 3200 क्यूसेक की है। इस गंग नहर लिंक चैनल से सिंचाई के अतिरिक्त पेयजल भी उपलब्ध कराया जाएगा

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