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राजस्थान की सिंचाई परियोजनाएं (rajasthan ki sinchai pariyojana), प्रमुख नहरें, बहुउद्देशीय नदी घाटी परियोजनाएं – महत्वपूर्ण प्रश्‍न (MCQs), Short Notes, questions और Map 

इस आर्टिकल में राजस्थान की सिंचाई परियोजनाएं (rajasthan ki sinchai pariyojana), प्रमुख नहरें, बहुउद्देशीय नदी घाटी परियोजनाएं, इंदिरा गांधी नहर, Map (मानचित्र)  गंगनहर, चम्बल नदी घाटी परियोजना, नर्मदा नहर, भाखड़ा-नांगल नहर, सिद्धमुख-नोहर नहर, गंधेली-साहवा नहर, पूर्वी राजस्थान नहर, लिफ्ट सिंचाई परियोजनाएं, परम्परागत जल संरक्षण की विधियां से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्‍न (MCQs) दिए गए हैं, जिन्हें आप Solve करके अपनी तैयारी जाँच सकते हैं तथा Answer गलत हो जाने पर उन प्रश्‍नो को Explanation & Map द्वारा समझ सकते हैं। यह प्रश्‍न आगामी राजस्थान की सभी परीक्षाओं के लिए काफी उपयोगी साबित होंगे। इस प्रकार आप अपनी तैयारी को और अधिक बेहतर बना सकते है और कम समय में ज्यादा आउटपुट प्राप्त कर सकते है। 

राजस्थान की सिंचाई परियोजनाएं Map

Q.1 ‘बाघेरी का नाका’ पेयजल परियोजना कौन से जिले में स्थित है?

  1. बांसवाड़ा 
  2. डूंगरपुर 
  3. अलवर 
  4. राजसमंद

Ans. 4. राजसमंद
Exp. – बाघेरी का नाका बांध राजसमंद जिले के खमनोर की पहाड़ियों के पास बिनोल गांव में बनास नदी पर 2006 में बनाया गया था। इस बांध से राजसमंद और उदयपुर जिलों के 300 से अधिक गांवों को पेयजल की आपूर्ति की जाती है।

Q.2 इंदिरा लिफ्ट सिंचाई परियोजना किस नदी पर स्थित है – 

  1. घग्गर  
  2. बनास  
  3. चम्बल  
  4. सतलज 

Ans. 3. चम्बल  
Exp. – नदी के पानी के स्तर से ऊंचे स्थान पर पानी पहुंचने के लिए लिफ्ट नहरे प्रयोग में लेते है। करौली जिले के कसेड गांव के पास चंबल नदी की के जल को 124 मीटर ऊंचा उठाने हेतु इंदिरा लिफ्ट नहर लगाई गई है, जिससे करौलीसवाई माधोपुर जिले में सिंचाई होती है। जबकि इंदिरा गांधी नहर सतलज नदी से निकाली गई है। 

Q.3 हथियादेह सिंचाई परियोजना कहाँ अवस्थित है –

  1. करौली 
  2. सवाई माधोपुर 
  3. कोटा 
  4. बारां

Ans. 4. बारां
Exp. – हथियादेह सिंचाई परियोजना बारां जिले के किशनगंज तहसील के करवरी खुर्द गांव में कूल नदी पर निर्माणाधीन है। इस परियोजना से बाराँ जिले के 45 गांव के 6885 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।

Q.4 नोनेरा (नवनेरा) बांध निम्न में से कौन सी परियोजना के तहत बनाया गया है – 

  1. परवन बहुउद्देश्यीय सिंचाई परियोजना
  2. पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना
  3. चम्बल नदी घाटी परियोजना 
  4. ईसरदा सिंचाई परियोजना 

Ans. 2. पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना
Exp. – पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ERCP) के तहत नोनेरा (नवनेरा) बांध कोटा जिले दिगोद तेहसील के बूढ़ादीत गांव के पास में कालीसिंध नदी पर 2022 में बनाया गया है। जयपुर और अजमेर सहित 13 जिलों की प्यास बुझाने के लिए कोटा के नोनेरा बांध से टोंक के बीसलपुर बांध में पानी लाया जाएगा।

Q.5 पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ERCP) के संबंध में निम्नलिखित में से कौन सा कथन सही है – (VDO Pre 2021) 

(1) यह परियोजना पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों के पेयजल समस्या के स्थाई समाधान के लिए बनाई गई है।  
(2) इसमें 26 विभिन्न बड़ी व मध्यम परियोजना के माध्यम से 2.8 लाख हेक्टेयर भूमि की सिंचाई हेतु जल उपलब्ध कराने का प्रस्ताव है।  
(3) नवनेरा बैराज इस परियोजना का अभिन्न हिस्सा है।  
(4) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में इस परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना घोषित किया है। 

  • 2,3
  • 1, 2, 3, 4
  • 1, 2, 3
  • 1, 3

Ans. 1, 2, 3
Exp. – पूर्वी नहर परियोजना (ईस्टर्न कैनल प्रोजेक्ट) (ERCP) राजस्थान सरकार की इस परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करवाने का प्रयास कर रही है। राजस्थान के 13 जिले अलवर, भरतपुर, धौलपुर, करौली, दोसा, सवाई माधोपुर, जयपुर, अजमेर, टोंक, बूंदी, कोटा, बारां, झालावाड़ ईस्ट कैनल प्रोजेक्ट से लाभान्वित होंगे। इन जिलों में मनुष्य व जानवरों के लिए पेयजल सुविधा उपलब्ध कराने के लिए इस परियोजना को 2051 तक पूरा किया जायेगा। इसमें 26 विभिन्न बड़ी व मध्यम परियोजनाओं के माध्यम से 2.8 लाख हेक्टेयर भूमि की सिंचाई हेतु जल उपलब्ध कराने का प्रस्ताव है। अन्तर बेसिन स्थानांतरण परियोजना के अंतर्गत इस परियोजना से 5 नदियां –  चंबल नदी, कुनु नदी, कालीसिंध, पार्वती व कूल नदी आपस में जोड़ी जाएगी। यह प्रोजेक्ट करीब 38000 करोड रुपए का है। राजस्थान सरकार ने इसी राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने के लिए केंद्र सरकार को पत्र लिखा है, ऐसा होने पर 90% राशि केंद्र सरकार वहन करेगी। 

Q.6 बैथली लघु सिंचाई परियोजना अवस्थित है – (JEN यांत्रिक/विद्युत डिग्री 2020) 

  1. कोटा 
  2. झालावाड़ 
  3. बारां  
  4. चित्तौड़गढ़ 

Ans. 3. बारां  
Exp. – बैथली पार्वती नदी की सहायक नदी है, जो बारां जिले में बहती है। इस पर बैथली लघु सिंचाई परियोजना बारां जिले में अवस्थित है। 

Q.7 ओराई सिंचाई परियोजना से कौन से जिलों में सिंचाई होती है?

  1. चित्तौड़गढ़ और बांसवाड़ा 
  2. चित्तौड़गढ़ और भीलवाड़ा
  3. चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर और  बांसवाड़ा
  4. केवल चित्तौड़गढ़

Ans. 2. चित्तौड़गढ़ और भीलवाड़ा
Exp. – चित्तौड़गढ़ जिले के भोपालपुरा गांव के निकट बेड़च नदी की सहायक ओराई नदी पर ओराई बांध 1962 में बनाया गया था, जो 1967 में पूर्ण हुआ। इस बांध से 34 किलोमीटर लंबी मुख्य नहर निकाली गई है, जिससे चित्तौड़गढ़ और भीलवाड़ा जिलों में सिंचाई होती है।

Q.8 पीललड़ा लिफ्ट सिंचाई योजना कौनसे जिले में स्थित है –

  1. झालावाड़ 
  2. बारां 
  3. दौसा 
  4. सवाईमाधोपुर 

Ans. 4. सवाईमाधोपुर 
Exp. – पीललड़ा (पीपलदा) लिफ्ट नहर सवाईमाधोपुर जिले में चम्बल नदी से निकाली गई है। जबकि पीपलाद सिंचाई परियोजना झालावाड़ जिले में कालीसिंध नदी पर है। 

Q.9 राजस्थान सरकार की ‘जनता जल योजना’ निम्नलिखित में से किस जिले से संचालित नहीं है (सहायक जनसंपर्क अधिकारी 2022) 

  1. जयपुर 
  2. अजमेर 
  3. बीकानेर 
  4. अलवर

Ans. 3. बीकानेर 
Exp. – जनता जल योजना जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की वे पेयजल योजनाऐं है, जिनको जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग द्वारा तैयार करने के उपरान्त संचालन हेतु स्वैच्छिक संगठनों, एनजीओ. व ग्राम पंचायतों को सुपूर्द की जाती है।  वर्तमान में राजस्थान के बीकानेर व जैसलमेर को छोड़कर शेष 31 जिलों में 6514 जनता जल योजना संचालित है। जनता जल योजना का संचालन ‘पंचायती राज विभाग’ के माध्यम से किया जाता है।

Q.10 जग्गर सिंचाई परियोजना कौनसे जिले स्थित है –

  1. चित्तौड़गढ़
  2. करौली 
  3. सवाई माधोपुर 
  4. बांसवाड़ा

Ans. 2. करौली
Exp. – गंभीर नदी की सहायक जग्गर नदी पर जग्गर बांध करौली जिले में स्थित है।

Q.11 निम्न में से कौन सा एक चंबल घाटी परियोजना की विशेषता नहीं है – 

  1. चंबल नदी घाटी गहरी और संकरी है, जिस पर बांध बनाना कठिन है। 
  2. इस नदी में प्राकृतिक जलप्रपात है, जिनका उपयोग संभव है। 
  3. चंबल नदी में वर्ष-पर्यन्त जल रहता है, जो सिंचाई व विद्युत उत्पादन के लिए आवश्यक है। 
  4. चंबल एक उपजाऊ प्रदेश से प्रवाहित होती है, अतः सिंचाई का जल कृषि विकास में पर्याप्त सहायक है।  

Ans. 1. चंबल नदी घाटी गहरी और संकरी है, जिस पर बांध बनाना कठिन है। 
Exp. – यदि नदी गहरी और संकरी होती है, तो उस पर बांध बनाना सरल होता है। 

Q.12 निम्न में से कौन सा एक चंबल घाटी परियोजना का लाभ नहीं है –

  1. बाढ़ से मुक्ति 
  2. मिट्टी के कटाव पर रोक 
  3. उद्योगों को जलापूर्ति 
  4. मत्स्य पालन 

Ans. 3. उद्योगों को जलापूर्ति 
Exp. – गांधी सागर बांध, राणा प्रताप सागर बांध और जवाहर सागर बांध विद्युत उत्पादन और सिंचाई दोनों में उपयोगी है जबकि कोटा बैराज बांध से केवल सिंचाई की जाती है। चंबल नदी पर चार बांध बनने से बाढ़ से होने वाले नुकसान व मिट्टी के कटाव से मुक्ति मिली है। इस परियोजना में ड्रेनेज (मिट्टी अपरदन को रोकने के कार्य को) ‘रजाद कार्य’ कहा जाता है। इस परियोजना से विद्युत उत्पादन से जहां कोटा एक औद्योगिक केंद्र बन गया है, वहीं सिंचाई सुविधाओं ने इस प्रदेश को एक कृषि प्रदेश बना दिया है जहां खाद्यान्नों के साथ अन्य व्यापारिक फसलों का उत्पादन भी किया जाता है। वृहद जलाशय एवं नहरों में मछली पालन शुरू होने से प्रतिवर्ष लगभग 10 से ₹15 करोड़ रूपये की आय वृद्धि हुई है।  

Q.13 वर्तमान में इंदिरा गांधी नहर के आधुनिकीकरण और नवीनीकरण के लिए किस संस्था द्वारा वित्त पोषण किया जा रहा है –

  1. विश्व बैंक
  2. एशियाई विकास बैंक (ADB)
  3. जापान इंटरनेशनल कॉरपोरेशन एजेंसी (JICA)
  4. नाबार्ड (NABARD)

Ans. 4. नाबार्ड (NABARD)
Exp. – राजस्थान आर्थिक समीक्षा 2021-22 के अनुसार इंदिरा गांधी नहर के आधुनिकीकरण और नवीनीकरण के लिए 2 परियोजनाएं जैसलमेर और बीकानेर संभाग में नाबार्ड (NABARD) से वित्त पोषण के तहत शुरू की गई है। बीकानेर संभाग में दांतोर, नाचना, अवाई, सांकड़ीया प्रणाली व मुख्य नहर का पुनरुद्धार और आधुनिकीकरण 121 करोड़ की लागत से तथा जैसलमेर संभाग में ‘शहीद बीरबल शाखा’ का पुनरुद्धार और आधुनिकीकरण 58.42 करोड़ की लागत से किया जाएगा। इसके अतिरिक्त इंदिरा गांधी नहर परियोजना के द्वितीय चरण के तहत बीसलपुर शाखा, भुट्टो वाला व धोधा नहर प्रणाली का आधुनिकीकरण और विस्तार 134.55 करोड़ की लागत से किया जाएगा। NABARD full form – National Bank for Agriculture and Rural Development

 

Q.14 जाखम बहुउद्देश्यीय परियोजना से राजस्थान के कौनसे जिले सिंचाई से लाभान्वित है – (वनपाल 6/11/2022)

  1. प्रतापगढ़ और उदयपुर 
  2. प्रतापगढ़ और बांसवाड़ा 
  3. केवल प्रतापगढ़ 
  4. प्रतापगढ़, उदयपुर और चितौड़गढ़   

Ans. 4. प्रतापगढ़, उदयपुर और चितौड़गढ़   
Exp. – प्रतापगढ़ जिले के अनूपपुरा गांव के पास राजस्थान के सबसे ऊँचा बांध (81 मी.) जाखम बांध का निर्माण माही नदी की सहायक नदी जाखम नदी पर किया गया है। इस परियोजना से प्रतापगढ़ के आदिवासी क्षेत्रों को सिंचाई सुविधा व पेयजल आपूर्ति की जाती है, तो वहीं इस बांध परियोजना से उदयपुर और चितौड़गढ़ जिलों को सिंचाई के लिए जलापूर्ति की जाती है। 


Q.15 किस जिले का वाटर शेड ‘नीरांचल परियोजना’ के अंतर्गत आता है –

  1. जयपुर 
  2. जोधपुर 
  3. कोटा 
  4. झालावाड़ 

Ans. 2. जोधपुर 
Exp. – भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय (भू संसाधन विभाग) द्वारा विश्व बैंक पोषित ‘राष्ट्रीय वाटर शेड प्रबंधन परियोजना’ (NWMP) / नीरांचल परियोजना 9 राज्यों के 18 चयनित जिलों (प्रत्येक राज्य के 2 जिले) हेतु वर्ष 2015-16 में शुरू की गई थी, जिसमें राजस्थान राज्य के जोधपुर व उदयपुर जिलों को चयनित किया गया है। इसकी लागत की 50% राशि विश्व बैंक ऋण के रूप में देगा। वाटर शेड प्रबंधन के अंतर्गत सतही जल व ग्राउंड वाटर का सही तरह से प्रबंधन आता है। यह परियोजना 6 साल की अवधि (2016-21) के लिए लागू की गई है।


Q.16 बजट 2022-23 की घोषणा के अनुसार पाली व सिरोही जिलों में पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए कहां पर बुजा व चक सांडमारिया बांधों का निर्माण किया जाएगा?

  1. माउंट आबू 
  2. कोटड़ा 
  3. सोजत
  4. गोगुंदा

Ans. 2. कोटड़ा 
Exp. – उदयपुर की कोटड़ा तहसील में बुजा व चक सांडमारिया बांधो का निर्माण 1800 करोड़ की लागत से किया जाएगा, जिससे पाली व सिरोही जिलों में पेयजल के लिए जल आपूर्ति की जा सकेगी।

Q.17 बिलास सिंचाई परियोजना का सम्बन्ध निम्नलिखित में से किस से है – (कनिष्ठ अनुदेशक कोपा 2019)

  1. सवाई माधोपुर 
  2. अलवर 
  3. कोटा 
  4. उदयपुर 

Ans. deleted
Exp. – बिलास नदी पार्वती नदी की सहायक नदी है, जो बारां जिले में बहती है। अत: बिलास सिंचाई परियोजना बारां जिले से सम्बन्धित है।

Q.18 चूलीदेह परियोजना कौनसे जिले में स्थित है –

  1. बारां 
  2. करौली 
  3. सवाईमाधोपुर 
  4. बांसवाड़ा  

Ans. 2. करौली 
Exp. – चुलीदेह परियोजना गंभीर नदी (उंटगन नदी) की सहायक भद्रावती नदी पर करौली जिले में स्थित है। पांचना बांध के भर जाने पर करौली शहर को बाढ़ से बचाने के लिए चुलीदेह परियोजना का निर्माण किया गया है। हथियादेह परियोजना बारां जिले में स्थित है।

Q.19 निम्न में से कौनसा जिला सबसे कम भू-जल (undarground water) का दोहन करता है – 

  1. अजमेर 
  2. अलवर 
  3. भीलवाड़ा 
  4. बीकानेर 

Ans. 4. बीकानेर 
Exp. – राजस्थान में अजमेर, अलवर, भीलवाड़ा, जयपुर, उदयपुर में 50 प्रतिशत से अधिक उपलब्ध भू-जल (undarground water) को उपयोग में लिया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर इंदिरा गाँधी नहर के कारण बीकानेर, चूरू, जैसलमेर में 10 प्रतिशत से भी कम भू-जल का उपयोग हो रहा है।    

Q.20 केंद्रीय भू-जल बोर्ड की ‘ग्राउंड वाटर रिसोर्स ऑफ इंडिया 2022’ की की रिपोर्ट के अनुसार राजस्थान के भू-जल के 301 ब्लॉकों में से कितने ब्लॉक अत्यधिक दोहित (Dark Zone) में आ चुके है ?

  • 203 
  • 164 
  • 185 
  • 219 

Ans. 219 
Exp. – राजस्थान के भू-जल मूल्यांकन हेतु पंचायत समिति खण्ड (ब्लॉक) को मूल्यांकन इकाई माना गया है। 2001 में कुल 237 ब्लॉक थे, जो 2017 में 295 और 2022 में 301 ब्लॉक हो गये। इन 301 ब्लॉकों में से 219 (72%) अत्यधिक दोहीत अर्थात ‘डार्क ज़ोन’ (Dark Zone) में आ चुके है। केवल 38 ब्लॉक ही सुरक्षित श्रेणी में है। अर्द्ध संकटग्रस्त (Semi Critical) की संख्या 20 है, तथा संकटग्रस्त (critical) ब्लॉकों की संख्या 22 है। प्रदेश के जिन जिलों के ब्लॉक्स को सुरक्षित माना गया है उनमें डूंगरपुर, बांसवाड़ा, बीकानेर, गंगानगर और हनुमानगढ़ जिले आते है। 

Short Notes – राजस्थान का भू-जल मूल्यांकन

ब्लॉक201720202022
कुल ब्लॉक295295301
अतिदोहित (Over Exploited)185205219
संकटग्रस्त (critical) 332622
अर्द्ध संकटग्रस्त (Semi Critical)
292220
सुरक्षित (Safe)453938
लवणीय (Saline)  332
source – केंद्रीय भू-जल बोर्ड की ‘ग्राउंड वाटर रिसोर्स ऑफ इंडिया 2022’
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