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राजस्थान की सिंचाई परियोजनाएं (rajasthan ki sinchai pariyojana), प्रमुख नहरें, बहुउद्देशीय नदी घाटी परियोजनाएं – महत्वपूर्ण प्रश्‍न (MCQs), Short Notes, questions और Map 

Q.61 सेई परियोजना का निर्माण उदयपुर जिले की किस तहसील में कराया गया – (जेल प्रहरी 2017) 

  1. सराड़ा 
  2. गिरवा 
  3. कोटड़ा 
  4. झाड़ोल 

Ans. 3. कोटड़ा 

Q.62 राजस्थान में परवन वृहद सिंचाई परियोजना किस जिले में स्थित है? (सांख्यकी अधिकारी 2021)

  1. धौलपुर 
  2. झालावाड़ 
  3. चितोड़गढ़ 
  4. कोटा

Ans. 2. झालावाड़ 
Exp. – परवन वृहद बहुउद्दशीय सिंचाई परियोजना गाँव अकावद कलां खानपुर, जिला झालावाड़ के निकट कालीसिंध नदी की सहायक परवन नदी पर निर्माणधीन है। इस परियोजना का शिलान्यास 17 सितम्बर 2013 को किया गया तथा परियोजना को 2023 में पूर्ण किया जाना है। 

Q.63 इंदिरा गांधी नहर परियोजना की आधारशिला रखी गई (जेल प्रहरी 2017) 

  • 31 मार्च, 1956 को 
  • 31 मार्च, 1958 को 
  • 2 अक्टूबर, 1958 को 
  • 2 अक्टूबर, 1956 को

Ans. 31 मार्च, 1958 को 
Exp. – इंदिरा गांधी नहर परियोजना की आधारशिला तत्कालीन गृह मंत्री श्री गोविंद बल्लभ पंत ने 31 मार्च 1958 को रखी थी, लेकिन इस नहर में सर्वप्रथम पानी तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने 11 अक्टूबर 1961 को (नौरंगदेसर) हनुमानगढ़ से छोड़ा। इसे राजस्थान की मरू गंगा तथा राजस्थान की जीवन रेखा आदि नामों से जाना जाता है।

Q.64 इंदिरा गांधी नहर के पूर्ण होने पर राजस्थान के कितने क्षेत्र में इसके द्वारा सिंचाई का लाभ प्राप्त हो सकेगा ? (प्रयोगशाला सहायक 2016) (JEN मैकेनिकल 2016)

  1. 17.41 लाख हेक्टेयर 
  2. 11.63 लाख हेक्टेयर
  3. 15.17 लाख हेक्टेयर
  4. 19.65 लाख हेक्टेयर

Ans. 19.65 लाख हेक्टेयर
Exp. – 2005 में इस परियोजना का कुल प्रस्तावित सिंचित क्षेत्र 19.63 लाख हेक्टेयर था , परन्तु राजस्थान सरकार  द्वारा सिंचाई हेतु पानी की उपलब्धता में कमी के कारण 2017 से केवल 16.17 लाख हेक्टेयर क्षेत्र ही सिंचाई के लिए प्रस्तावित किया गया है। 

Q.65 निम्नलिखित में से कौन सी लिफ्ट नहर इंदिरा गांधी नहर पर बनाई गई पहली लिफ्ट नहर थी (कनिष्ठ वैज्ञानिक सहायक जैविक 2019)

  1. पोकरण 
  2. फलोदी 
  3. कंवर सेन 
  4. गजनेर

Ans. 3. कंवर सेन 
Exp. – राजस्थान नहर परियोजना के मूल प्रारूप में जल वितरण शाखाओं के निर्माण की योजना थी न की लिफ्ट परियोजनाओं के निर्माण की। 1963 में पहली बार इस योजना में लिफ्ट परियोजनाएं बनाने को शामिल किया गया, जिसके तहत 1968 में प्रथम लिफ्ट नहर ‘कंवर सेन लिफ्ट नहर’ (प्राचीन नाम लूणकरणसर लिफ्ट नहर) का निर्माण शुरू हुआ। उल्लेखनीय है कि जल वितरण शाखाएं वाली नहरे धरातल के ढाल के अनुरूप होती है (जैसे-इंदिरा गांधी नहर के दाएं तरफ वाली नहरें-सूरतगढ़ शाखा, पूगल शाखा आदि), जबकि लिफ्ट नहरे धरातल के ढाल के विपरीत होती है (जैसे-इंदिरा गांधी नहर के बायीं तरफ वाली 7 नहरें)

Q.66 राजस्थान फीडर नहर की लंबाई कितनी है – 

  • 150 किमी.
  • 204 किमी.
  • 393 किमी.
  • 445 किमी.

Ans. 204 किमी.
Exp. – किसी नहर का ऐसा हिस्सा जहां से पानी का कोई उपयोग नहीं किया जाता है उसे फीडर कहते हैं। इंदिरा गांधी नहर परियोजना (IGNP) दो चरणों में पूरी हुई। प्रथम चरण के तहत ‘राजस्थान फीडर नहर’ 1964 में पूरी की गई। यह फीडर पंजाब के फिरोजपुर के निकट सतलज और व्यास नदियों के संगम पर बने ‘हरिके बैराज’ बांध से हनुमानगढ़ के मसीतावाली हेड तक 204 किमी. लंबी बनाई गई। यह फीडर 150 किमी. पंजाब में, 20 किमी. हरियाणा में और 34 किमी. राजस्थान में फैली हुई है। राजस्थान फीडर की गहराई 21 फीट है। प्रथम चरण के तहत ही राजस्थान में 189 किलोमीटर लंबी इंदिरा गांधी मुख्य नहर का मसीतावाली हेड से छतरगढ़ के निकट पूंगल  हेड (बीकानेर) तक निर्माण (1975 में) किया गया। इंदिरा गांधी नहर परियोजना के प्रथम चरण का कार्य 1992 में पूर्ण हुआ।

Q.67 इंदिरा गांधी मुख्य नहर की लंबाई क्या है – (AEN 2018) 

  • 445 किमी. 
  • 204 किमी.
  • 650 किमी.
  • 328 किमी.

Ans. 445 किमी.
Exp. – इंदिरा गांधी नहर परियोजना (IGNP) के द्वितीय चरण के तहत पूंगल हैड (बीकानेर) से मोहनगढ़ (जैसलमेर) तक 256 किमी का निर्माण किया गया, जिसे बाद में 165 किमी. ओर बढ़ा कर अंतिम स्थान (गडरा रोड) बाड़मेर तक विस्तारित किया जाना प्रस्तावित है। जिसे जीरो पॉइंट कहा जाता है। इस प्रकार इंदिरा गांधी मुख्य नहर की लंबाई (189 किमी. प्रथम चरण में + 256 किमी. द्वितीय चरण में) 445 किमी. है। इस प्रकार इंदिरा गांधी नहर की कुल लंबाई 649 किमी. हो जाती है, जिसमें से 204 किमी. राजस्थान फीडर और 445 किमी. इंदिरा गांधी मुख्य नहर की लंबाई है। बाड़मेर के गडरा रोड तक नहर बनने के बाद इंदिरा गांधी मुख्य नहर की कुल लंबाई 814 किमी. हो जाएगी। IGNP के द्वितीय चरण का कार्य वर्तमान में चल रहा है।

Q.68 इंदिरा गांधी नहर की राजस्थान में लंबाई कितनी है?

  • 445 किमी.
  • 480 किमी.
  • 549 किमी
  • 649 किमी.

Ans. 480 किमी.
Exp. – राजस्थान फीडर नहर की राजस्थान में लंबाई 34 किमी है (हनुमानगढ़ जिले की टिब्बी तहसील के खरखेड़ा गांव से लेकर मसीतावाली हेड तक)। इसके बाद इंदिरा गांधी मुख्य नहर की लंबाई मसीतावाली हेड (हनुमानगढ़) से गडरा रोड (बाड़मेर) तक 445 किमी. है। इस प्रकार इंदिरा गांधी नहर की राजस्थान में कुल लंबाई (34+445) 480 किमी. है।

Q.69 इंदिरा गांधी नहर परियोजना में लिफ्ट नहरों की संख्या है- (RAS 1995)

  • 8
  • 7
  • 6
  • 5

Ans. 7
Exp. – इंदिरा गांधी नहर परियोजना में लिफ्ट नहरें की संख्या 7 है जबकि जल वितरण हेतु शाखाओं की संख्या 9 है। इंदिरा गांधी नहर परियोजना से राजस्थान के 10 जिलों (गंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, बीकानेर, सीकर, नागौर, जैसलमेर, जोधपुर, बाड़मेर और झुंझुनू) को जलापूर्ति की जाती है।

Q.70 इंदिरा गांधी नहर का अंतिम छोर है – (JEN विद्युत डिग्री 2020)

  1. गडरा रोड 
  2. लूणकरणसर 
  3. मोहनगढ़ 
  4. जैसलमेर

Ans. 1. गडरा रोड 
Exp. – इंदिरा गांधी नहर परियोजना (IGNP) के द्वितीय चरण के तहत पूंगल हैड (बीकानेर) से मोहनगढ़ (जैसलमेर) तक 256 किमी का निर्माण किया गया, जिसे बाद में 165 किमी. ओर बढ़ा कर अंतिम स्थान (गडरा रोड) बाड़मेर तक विस्तारित किया जाना प्रस्तावित है।

Q.71  इंदिरा गांधी नहर परियोजना के अनुसार कौन सा कथन गलत है – (VDO Mains 2022)
(a) इस परियोजना को पहले राजस्थान नहर के रूप में जाना जाता था और 1982 में इसका नाम बदलकर इंदिरा गांधी लिफ्ट नहर परियोजना कर दिया गया। 
(b) इंदिरा गांधी नहर परियोजना में 9 लिफ्ट नहरे हैं। 
(c) नहर की कल्पना शार्दुल सिंह ने की थी। 
(d) नहर हरियाणा से नहीं गुजरती है।

  1. केवल a और b
  2. केवल a, b और c
  3. केवल b, c और d
  4. a, b, c और d

Ans. 4. a, b, c और d
Exp. – इंदिरा गांधी नहर परियोजना (IGNP) को पहले ‘राजस्थान नहर’ के रूप में जाना जाता था और 2 नवंबर 1984 को इसका नाम बदलकर ‘इंदिरा गांधी लिफ्ट नहर’ परियोजना कर दिया गया। इस परियोजना में 7 लिफ्ट नहरें हैं और जल वितरण के लिए 9 शाखाएं हैं। महाराजा सार्दुल सिंह ने पंजाब के मेधावी इंजीनियर कंवर सेन को बीकानेर के मुख्य सिंचाई अभियंता के पद पर नियुक्त किया, जिन्होंने ‘राजस्थान नहर’ की रूपरेखा तैयार करके ‘बीकानेर राज्य के लिए पानी की आवश्यकता’ नामक रिपोर्ट को 1948 में भारत सरकार को भेजा। इंदिरा गांधी नहर फीडर का 150 किमी. भाग पंजाब से, 20 किमी. भाग हरियाण से और 34 किमी. भाग राजस्थान से गुजरता है।

Q.72 इंदिरा गांधी नहर की एकमात्र शाखा जो बाईं तरफ से निकाली गई है-

  1. दंतोर शाखा 
  2. अनूपगढ़ शाखा
  3. रावतसर शाखा 
  4. बीरसलपुर शाखा

Ans. 3. रावतसर शाखा 
Exp. – इंदिरा गांधी नहर से जल वितरण हेतु 9 शाखाओं का निर्माण किया गया है। रावतसर शाखा हनुमानगढ़ जिले से निकाली गई इंदिरा गांधी नहर की पहली शाखा और एकमात्र ऐसी शाखा है जो नहर के बाएं तरफ से निकाली गई है। शेष 8 शाखाएं नहर की दाईं तरफ से निकाली गई है। शाखा मुख्य नहर से ढाल के अनुरूप जल वितरण के लिए निर्मित होती है, जबकि लिफ्ट नहरें ढाल के विपरीत जल को पहुंचाने के लिए बनाई जाती है।

Q.73 इंदिरा गांधी नहर की दांतोर और बीरसलपुर शाखा से कौन सा जिला लाभान्वित होता है –

  1. बीकानेर 
  2. जैसलमेर 
  3. जोधपुर 
  4. बाड़मेर

Ans. 1. बीकानेर 

Short Notes
सूरतगढ़ शाखा, अनूपगढ़ शाखा से – श्रीगंगानगर जिला लाभान्वित
रावतसर शाखा से -हनुमानगढ़ जिला लाभान्वित
पूंगल शाखा, दंतोर शाखा, बीरसलपुर शाखा से – बीकानेर जिला लाभान्वित
शहीद बीरबल शाखा और सागरमल गोपा शाखा से – जैसलमेर जिला लाभान्वित 
चारणवाला शाखा से – जैसलमेर व बीकानेर जिले लाभान्वित होते हैं।

Q.74 इंदिरा गांधी नहर की शाखाओं का उत्तर से दक्षिण का सही क्रम है- (JEN मैकेनिकल डिग्री 2016)

  1. अनूपगढ़ – पूंगलगढ़ – चारणवाला – बीरसलपुर 
  2. पूंगलगढ़ – चारणवाला – अनूपगढ़ – बीरसलपुर 
  3. अनूपगढ़ – पूंगलगढ़ – बीरसलपुर – चारणवाला 
  4. अनूपगढ़ -बीसलपुर – पूंगलगढ़ – चारणवाला

Ans. 3. अनूपगढ़ – पूंगलगढ़ – बीरसलपुर – चारणवाला 
Exp. – अनूपगढ़ शाखा श्रीगंगानगर जिले में, पूंगलगढ़ और बिरसलपुर शाखा बीकानेर जिले में और चारणवाला शाखा बीकानेर-जैसलमेर जिले में फैली हुई है।

Q.75 कोलायत लिफ्ट नहर का नया नाम क्या है (कनिष्ठ अनुदेशक कोपा 2019) 

  1. पन्नालाल बारूपाल लिफ्ट नहर 
  2. वीर तेजाजी लिफ्ट नहर 
  3. डॉ. करणी सिंह लिफ्ट नहर 
  4. गुरु जम्भेश्वर लिफ्ट नहर

Ans. 3. डॉ. करणी सिंह लिफ्ट नहर 
Exp. – डॉ. करणी सिंह लिफ्ट नहर (प्राचीन नाम कोलायत लिफ्ट नहर) से बीकानेर व जोधपुर जिला को जलापूर्ति होती है।

Q.76 गंधेली-साहवा परियोजना (आपणी योजना) के तहत पेयजल से लाभान्वित होने वाले जिले हैं – 

  1. बाड़मेर बीकानेर 
  2. सीकर – नागौर 
  3. चूरु – झुंझुनू
  4. पाली-नागौर

Ans. 3. चूरु – झुंझुनू
Exp. – गंधेली गांव (हनुमानगढ़) से साहवा गांव (चूरू) तक पेयजल उपलब्ध कराने हेतु इंदिरा गांधी नहर की चौधरी कुंभाराम लिफ्ट नहर स्कीम (नोहर-साहवा लिफ्ट स्कीम) से यह योजना ‘आपणी योजना’ के नाम से जर्मनी की KFW कंपनी के वित्तीय सहयोग से शुरू की गई है। इस योजना के प्रथम चरण में चूरू और हनुमानगढ़ जिलों के 370 गांवों और 3 कस्बों को जल उपलब्ध कराया गया है, तो वहीं द्वितीय चरण में चूरू व झुंझुनूं जिलों के गांव और कस्बों को पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है।

Q.77 निम्न में से किस स्थान पर इंदिरा गांधी नहर परियोजना से पेयजल नहीं पहुंचाया जाता है – (JEN यांत्रिकी डिग्री 2020)

  1. बीकानेर 
  2. जोधपुर 
  3. पाली 
  4. बाड़मेर

Ans. 3. पाली
Exp. – इंदिरा गांधी नहर से राजस्थान के 10 जिलों श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर, जैसलमेर, जोधपुर, चूरु, झुंझुनू, सीकर, नागौर तथा बाड़मेर को जलापूर्ति की जाती है।

Q.78 जिलों के निम्नलिखित समूह में से किस समूह में इंदिरा गांधी नहर का पानी केवल पीने के उद्देश्य के लिए उपयोग में लाया जाता है /जाएगा – (राजस्थान पुलिस कांस्टेबल 2018)

  1. झुंझुनू, सीकर, नागौर और बाड़मेर 
  2. जयपुर, जोधपुर, पाली, सिरोही 
  3. जैसलमेर, जोधपुर, पाली, चूरु 
  4. चूरु, सिरोही, पाली, बीकानेर

Ans. 1. झुंझुनू, सीकर, नागौर और बाड़मेर 
Exp. – इंदिरा गांधी नहर परियोजना (INGP) से उत्तर-पश्चिमी राजस्थान के 10 जिले श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर, जैसलमेर, जोधपुर, चूरु, झुंझुनू, सीकर, नागौर तथा बाड़मेर जिले लाभान्वित होंगे, जिसमें से झुंझुनू, सीकर, नागौर तथा बाड़मेर को केवल पेयजल की सप्लाई हो सकेगी।

Q.79 इंदिरा गांधी नहर परियोजना की सबसे लंबी लिफ्ट नहर है-  

  1. राजीव गांधी लिफ्ट नहर परियोजना 
  2. कंवर सेन लिफ्ट नहर परियोजना
  3. चौधरी कुंभाराम आर्य लिफ्ट नहर
  4. जयनारायण व्यास लिफ्ट नहर

Ans. 1. राजीव गांधी लिफ्ट नहर परियोजना 
Exp. – राजीव गांधी लिफ्ट नहर परियोजना इंदिरा गांधी नहर परियोजना की पेयजल लिफ्ट परियोजना है, जिससे जोधपुर शहर व रास्ते के 158 गांवों को पेयजल दिया जाता है। इसे जोधपुर नगर की जीवन रेखा कहते हैं। इस पेयजल लिफ्ट परियोजना में 8 पंपिंग स्टेशन है, जिनसे पानी को कुल 219 मीटर तक ऊंचा उठाया जाता है। इसका नाम परिवर्तित कर ‘राजीव गांधी जलोत्थान नहर परियोजना’ कर दिया गया है। यह इंदिरा गांधी नहर परियोजना की सबसे लंबी लिफ्ट नहर (176 किमी) है। इसके बाद दूसरी सबसे लंबी लिफ्ट नहर कंवर सेन लिफ्ट नहर (151 किमी.) है (राजस्थान सुजस पत्रिका मई 2022, pg-10 के अनुसार)। जबकि सहायक नहर सहित सबसे लंबी लिफ्ट नहर ‘चौधरी कुंभाराम आर्य लिफ्ट नहर’ है (666 किमी.)

Q.80 इंदिरा गांधी नहर परियोजना की सबसे छोटी लिफ्ट नहर है-

  1. डॉ. करणी सिंह लिफ्ट नहर 
  2. वीर तेजाजी लिफ्ट नहर 
  3. गुरु जम्भेश्वर लिफ्ट नहर 
  4. पन्नालाल बारूपाल लिफ्ट नहर

Ans. 2. वीर तेजाजी लिफ्ट नहर 
Exp. – वीर तेजाजी लिफ्ट नहर (प्राचीन नाम बांगड़सर लिफ्ट नहर) इंदिरा गांधी नहर परियोजना की सबसे छोटी लिफ्ट नहर है।

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