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राजस्थान की मिट्टियाँ (मृदा) | rajasthan ki mittiya pdf – महत्वपूर्ण प्रश्‍न (MCQs/quiz)

Q.21 राजस्थान की किस संस्थान में इसरो अहमदाबाद ने 17 जून 2016 को ‘मरुस्थलीकरण एवं भूमि रक्षक एटलस, का विमोचन किया है (कनिष्ठ अनुदेशक इलेक्ट्रिशियन 2018)

  1. CAZRI
  2. AFRI
  3. NATMO
  4. DST Raj.

Ans. – AFRI
Exp. – Arid Forest Research Institute (AFRI) की स्थापना जोधपुर में 1985 में हुई थी।
Central Arid Zone Research Institute (CAZRI) की स्थापना जोधपुर में 1959 में हुई थी

Q.22 कॉम्बेटिंग डिजरटिफिकेशन परियोजना (मरुस्थलीकरण संघर्ष परियोजना) (C.D.P) को किस वर्ष में चालू किया गया था?(Lecturer Technical Edu. 2021)

  1. 2001
  2. 2000
  3. 1998
  4. 1999

Ans. 1999

Q.23 मरुस्थलीकरण पर अंकुश हेतु संयुक्त राष्ट्र का कौन सा कन्वेंशन 2 से 13 सितंबर 2019 को नई दिल्ली में हुआ था?

  1. COP 14
  2. COP 20
  3. COP 25
  4. COP 26

Ans. COP 14

Q.24 ‘सेम’ किस स्थिति से संबंधित है?(RAS 2007)

  1. रेत/बालू के टीले का निर्माण 
  2. परिस्थितिकी में परिवर्तन
  3. मिट्टी/मृदा का अपरदन/कटाव 
  4. वनीय कटाव

Ans. – 2. परिस्थितिकी में परिवर्तन
Exp. –  राजस्थान के नहरी सिंचाई वाले क्षेत्रों जैसे गंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर आदि जिलों में कृषकों द्वारा सिंचाई हेतु अधिक पानी प्रयुक्त करने एवं उस भूमि में नीचे कठोर परत के होने के कारण भूमि में सेम की समस्या बढ़ती जा रही है। ये क्षेत्र इंदिरा गांधी नहर के इलाके हैं जहां का भूजल स्तर ऊंचा हो गया है तथा पानी की सही निकासी न होने से जमीन में पानी जमा हो गया है। सेम की समस्या से इस भूमि की उपजाऊपन नष्ट होता जा रहा है साथ ही खरपतवार की समस्या भी बढ़ रही है।

Q.25 राजस्थान में निम्नलिखित में से कौन से जिले परिस्थितिकीयसमस्या ‘सेम'(जलभराव) से भीषणतम  प्रभावित है?(JEN 2020)(कृषि अधिकारी 2021)

  1. बांसवाड़ा-डूंगरपुर 
  2. जालौर-सिरोही  
  3. श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ 
  4. भरतपुर-धौलपुर

Ans. – 3. श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़
Exp. – राजस्थान के नहरी सिंचाई वाले क्षेत्रों जैसे गंगानगर हनुमानगढ़ में धरातलीय भाग पर जल भराव से दलदली स्थितियां उत्पन्न हो जाती है, यह परिवर्तन सेम की समस्या कहलाता है।

Q.26 बड़ोपल गांव जिसके लिए प्राय जाना जाता है वह है?(E.O.2007)

  1. जिप्सम का उत्पादन 
  2. भूगर्भीय जल का ऊपर आकर एकत्रित होना या ‘सेम’
  3. कपास उत्पादन 
  4. पशु मेला

Ans. – 2. भूगर्भीय जल का ऊपर आकर एकत्रित होना या ‘सेम’
Exp. – हनुमानगढ़ के पीलीबंगा तहसील के गांव बड़ोपल सेम समस्या से प्रभावित क्षेत्र है।

Q.27 राजस्थान में सेम की समस्या का निवारण है?

  1. स्थानांतरित कृषि
  2. बूंद- बूंद फव्वारा सिंचाई पद्धति
  3. वनोन्मूलन
  4. फसलों का हेर-फेर (Rotation)करना

Ans. – 2. बूंद- बूंद फव्वारा सिंचाई पद्धति
Exp. – दलदली भूमि (सेम की समस्या) से बचने के लिए  द्वारा बूंद- बूंद फव्वारा सिंचाई पद्धति अपनानी चाहिए।

Q.28 राजस्थान की कुबड़ पट्टी (फ्लोरोसिस ग्रस्त पट्टी) कहां है?(RAS 2016)(Librarian 2020)

  1. भरतपुर-अलवर 
  2. कोटा-बूंदी 
  3. बांसवाड़ा-डूंगरपुर 
  4. नागौर-अजमेर

Ans. – 4. नागौर-अजमेर
Exp. – नागौर एवं अजमेर जिले की बांका (कुबड़) पट्टी के लोग फ्लोराइड एवं  खारा पानी पीने के कारण फ्लोरोसिस रोग की चपेट में है।फ्लोरोसिस रोग से लोग बांके (कमर झुकी) रहने लगे हैं, इससे यह इलाका कुबड़ पट्टी कहलाने लगा है।
Note – कुबड़ पट्टी – नागौर से अजमेर तक
         – बीहड़ पट्टी – कोटा से बाँरा तक

Q.29 राजस्थान में मृदा में लवणीयता व क्षारीयता कि समस्या कहां पाई जाती है? (कनिष्ठ वैज्ञानिक सहायक भौतिक 2019)

  1. पाली 
  2. उदयपुर 
  3. राजसमंद 
  4. डूंगरपुर

Ans. – 1. पाली 
Exp. –  लूनी नदी बेसिन में लवणीय मिट्टी पायी जाती है।

Q.30 राजस्थान में भूमि की लवणीयता व क्षारीयता का कारण नहीं है?

  1. अति सिंचाई
  2. अधिक वर्षा
  3. कुआं में पानी की सतह ऊंची होना
  4. नहरो द्वारा सिंचाई करना

Ans. – 2. अधिक वर्षा
Exp. – अधिक सिंचाई से भूमि के नीचे के लवण  सतह पर आ जाते हैं। कुआं में पानी की सतह ऊंची होने पर लवण धरातल पर ऊपर आ जाते हैं। नहरी क्षेत्रों में जल निकासी की उचित व्यवस्था नहीं होने पर वहां की भूमि की लवणीयता व क्षारीयता में वृद्धि होती है। अधिक वर्षा होने पर लवणीयता व क्षारीयता में कोई परिवर्तन नहीं होता है।

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