राजस्थान की मिट्टियों का नई वैज्ञानिक पद्धति से वर्गीकरण और MCQs
विश्व के समस्त मृदा वैज्ञानिकों का यह प्रयास रहा है कि मृदा एक ऐसा वर्गीकरण हो जिसमें सभी देशों की मिट्टियों को सहजता से समाविष्ट किया जा सके परिणामस्वरूप अमेरिकी कृषि विभाग के वैज्ञानिकों द्वारा एक नई पद्धति को अंतिम रूप दिया गया है। पूर्ण निरीक्षण के बाद अब इसे विश्व की सभी प्रमुख मृदा वैज्ञानिकों द्वारा स्वीकृत कर लिया गया है। इस नई वैज्ञानिक पद्धति के अनुसार मृदा को 5 भागों में बांटा गया है।
एरिडोसोल्स (Aridisols) | – एरिडोसोल्स (बालू मिट्टी का क्षेत्र) राजस्थान की शुष्क जलवायु में पाए जाने वाली मृदाए हैं। – इसके उप मृदाकणों में कम्बोओरथिड्स, केल्सीओरथिड्स*,सेलोओरथिड्स, और पेलिओरथिड्स राजस्थान मे पायी जाती है। – यह मिट्टी राज्य के चूरू, सीकर, झुंझुनू, नागौर, जोधपुर, पाली और जालौर जिले के कुछ क्षेत्रों में विस्तृत है। |
अल्फीसोल्स (Alfisols) | – अल्फीसोल्स(जलोढ़ मिट्टी का क्षेत्र) उपआद्र एवं आद्र क्षेत्रो में पाई जाती है। – इसके उप मृदाकणों में केवल हेप्लुस्तालफस (Haplustalfs) राजस्थान मे पायी जाती है। – यह राजस्थान के जयपुर, अलवर, दौसा, भरतपुर, टोंक, सवाई माधोपुर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, बांसवाड़ा, राजसमंद, उदयपुर, डूंगरपुर, बूंदी, कोटा, बारा,और झालावाड़ जिलो में पाई जाती है। |
इनसेप्टीसोल्स (Inceptisols) | – इनसेप्टीसोल्स पथरीली मिट्टी का क्षेत्र होता है (अरावली पर्वतमाला के आसपास का क्षेत्र) – अर्धशुष्क से लेकर आद्र जलवायु तक कहीं भी यह मृदाए पायी जा सकती है लेकिन शुष्क जलवायु में कभी नहीं पाई जाती है। – इस प्रकार की मृदाए राजस्थान में सिरोही, पाली, राजसमंद, उदयपुर, भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़ जिले में विस्तृत है। |
वर्टीसोल्स (Vertisols) | – यह काली मिट्टी का क्षेत्र होता है। – इस मिट्टी में ‘अत्यधिक क्ले उपस्थित’ होती है।(College Geography-I, 2016) – यह मिट्टी आद्र और अति आद्र क्षेत्रों में पाई जाती है – मटियारी मृदा की सभी विशेषताएं वर्टिसोल्स में पायी जाती है। – यह मिट्टी राज्य के हाड़ौती क्षेत्र के झालावाड़, बाँरा, कोटा तथा बूंदी जिले के अधिकतर क्षेत्रों में विस्तृत है वर्टिसोल्स मिट्टी कुछ क्षेत्र सवाई माधोपुर, भरतपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा और चित्तौड़गढ़ जिला में भी पाई जाती है। |
एंटिसोल्स (Entisols) | – इसमें रेगिस्तानी मिट्टी का क्षेत्र आता है। – इसका रंग प्राय: हल्का पीला-भूरा होता है। – इसके दो उप मृदाकण सामेन्ट्स और डस्ट- फ्लूबेन्ट्स राजस्थान में पाये जाते है। – पश्चिमी राजस्थान के लगभग सभी जिलों में इस समूह की मृदाए पाई जाती है। |
Q.1 राजस्थान में अल्फिसोल्स मृदाए निम्न में से कहां पाई जाती है (हाथकरघा निरीक्षक 2019)
- चूरू
- जयपुर
- हनुमानगढ़
- करौली
Q.2 राजस्थान की किस प्रदेश में अल्फिसोल्स समूह की मृदा मिलती है ? (JEN विद्युत डिप्लोमा 2020)
- जयपुर, अलवर, दौसा
- जैसलमेर, बाड़मेर, पाली
- उदयपुर, सिरोही, पाली
- कोटा, बूंदी, भरतपुर
Q.3 मृदा के नवीन वर्गीकरण के अनुसार राजस्थान में अल्फिसोल्स मृदा पाई जाती है ?(VDO Mains 2022)
- जयपुर,अलवर और कोटा में
- चूरु, झुंझुनू और सीकर में
- जैसलमेर और बाड़मेर में
- प्रतापगढ़ और सिरोही में
Q.4 राजस्थान में अल्फिसोल्स कहां नहीं पाई जाती है (कनिष्ठ वैज्ञानिक सहायक 2019)
- कोटा
- बारां
- झालावाड़
- बूंदी
Q.5 राजस्थान के सिरोही और पाली जिले में कौन से प्रकार की प्रधान मृदा मिलती है? (Librarian 2020)
- एरिडोसोल्स
- अल्फीसोल्स
- इनसेप्टीसोल्स
- वर्टिसोल्स
Q.6 निम्नलिखित में से कौन सा सही सुमेलित है (कनिष्ठ वैज्ञानिक सहायक विष 2019)
- एरिडोसोल्स – अजमेर, नागौर
- अल्फिसोल्स – बीकानेर, गंगानगर
- इनसेप्टीसोल्स – भीलवाड़ा, पाली
- वर्टिसोल्स – जोधपुर, बाड़मेर
Q.7 राजस्थान में निम्न में से किस स्थान पर इनसेप्टिसोल्स मृदा नहीं पाई जाती है (कनिष्ठ अनुदेशक मैकेनिकल 2018)
- सिरोही
- राजसमंद
- भीलवाड़ा
- बूंदी
Q.8 राजस्थान के सर्वाधिक क्षेत्र पर निम्न में से कौन सी मृदा पाई जाती है ? (JEN 2016)(Lab Assistant 2019)
- एरिडोसोल्स एवं एंटीसोल्स
- एरिडोसोल्स एवं अल्फीसोल्स
- इनसेप्टीसोल्स
- वर्टिसोल्स एवं अल्फीसोल्स
Q.9 राजस्थान में किस जिले में केल्सीओरथिड्स मिट्टी पाई जाती है? (कनिष्ठ अनुदेशक वेल्डर 2019)
- उदयपुर
- सीकर
- जयपुर
- सिरोही
Q.10 वर्टिसोल्स मिट्टी राजस्थान के किन जिलों में नहीं पाई जाती है? (JEN diploma 2016)
- झालावाड़, बाँरा
- कोटा, भरतपुर
- बूंदी, बांसवाड़ा
- धौलपुर, करौली
Q.11 सुमेलित कीजिए (ग्राम सेवक 2016)
मिट्टी के प्रकार जलवायु प्रदेश
a. एरिडोसोल्स 1. शुष्क एवं अर्ध शुष्क
b. इनसेप्टीसोल्स 2. अर्ध शुष्क और आर्द्र
c. अल्फीसोल्स 3. उप आर्द्र एवं आर्द्र
d. वर्टिसोल्स 4. आर्द्र एवं अति -आर्द्र
- a-1, b-3 , c-4 , d-2
- a-1 , b-2 , c-3 , d-4
- a-1 , b-3 , c-2 , d-4
- a-4 , b-1 , c-2 , d-3
Q.12 राजस्थान में कौन सी मृदा में क्रोमोस्टटर्स उपमृदाकण (chromusters subgroup) का विशेष महत्व है – (REET Mains Hindi 26/2/2023)
- इनसेप्टिसोल्स
- अलफिसोल्स
- वर्टिसोल्स
- एरिडोसॉल्स