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राजस्थान के प्रतीक चिन्ह (rajasthan ke pratik chinh) | गोडावण, चिंकारा, खेजड़ी, रोहिडा,ऊंट के महत्वपूर्ण प्रश्‍न (Mcq)

राजस्थान का राज्य पशु चिंकारा के बारे में

राजस्थान का राज्य पशु चिंकारा

  राजस्थान में चिंकारा के लिए प्रसिद्ध स्थान है -जयपुर का नाहरगढ़
जबकि राजस्थान में चिंकारा सर्वाधिक राष्ट्रीय मरू उद्यान (जैसलमेर-बाड़मेर) में पाया जाता है

  चिंकारा नाम से राजस्थान में एक तत्व वाद्य यंत्र भी है

  राजस्थान का राज्य पशु चिंकारा किस जिले का शुभंकर है?

  • (A) जयपुर
  • (B) श्रीगंगानगर
  • (C) हनुमानगढ़
  • (D) जोधपुर

Ans. – (B) श्रीगंगानगर
Exp. – जबकी चौसिंगा- चितौड़गढ़ का है ,चीतल- जयपुर का है  

 

  हाल ही 2020 में राजस्थान सरकार ने कहां पर  ताल छापर अभ्यारण की तर्ज पर चिंकारा अभ्यारण्य बनाने की मंजूरी दी है?

  • (A) रोटू (नागौर)
  • (B) खीचन गांव (जोधपुर)
  • (C) बीड़ (झुंझुनू)
  • (D) जोहड़बीड़ (बीकानेर)

Ans. – (C) बीड़ (झुंझुनू)
 

 

राजस्थान का राज्य वृक्ष खेजड़ी के बारे में

खेजड़ी को राजस्थानी भाषा में कहते हैं -सिमलो 

स्थानीय भाषा में कहते है – जांटी

खेजड़ी की फली को कहते हैं – सांगरी 

खेजड़ी की पत्तियों के चारे को स्थानीय भाषा में कहते हैं – लूम

खेजड़ी की  सूखी फली को कहते हैं – खोखा 

भारतीय धर्म ग्रंथों और विश्नोई समाज में खेजड़ी को कहते है – शमी

खेजड़ी दिवस – प्रतिवर्ष 12 सितंबर( 1978 से)

ऑपरेशन खेजड़ा की शुरुआत- 1991 

खेजड़ी वृक्ष की पूजा की जाती है – दशहरे पर

खेजड़ी पेड़ों को काटने से बचाने के लिए 1730 ई  में 363 लोगों (बिश्नोईयों) ने अमृता देवी के नेतृत्व में खेजड़ली गांव  जोधपुर में अपने प्राण न्योछावर किये इस उपलक्ष्य में प्रतिवर्ष भाद्रपद शुक्ल दशमी को खेजड़ली गांव में विश्व का एकमात्र वृक्ष मेला भरता है। 
Note- इस बलिदान के समय जोधपुर का शासक अभय सिंह  था अभय सिंह के आदेश पर गिरधर दास के द्वारा 363 लोगों की हत्या की गई।

  राजस्थान में वन विकास हेतु 1994 से अमृता देवी स्मृति पुरस्कार दिया जाता है। इस पुरस्कार के तहत संस्था को ₹50000 व व्यक्ति को ₹25000 दिए जाते हैं प्रथम अमृता देवी वन्यजीव पुरस्कार पाली के गंगाराम विश्नोई को दिया गया था।

खेजड़ी वृक्ष की उपयोगिता और महत्व का सुंदर चित्रण राजस्थानी भाषा में कन्हैया लाल सेठिया द्वारा लिखित कविता मींझर  बहुत प्रसिद्ध है (Note-खेजड़ी के फूलो को मींझर कहते हैं)

खेजड़ी को रेगिस्तान का कल्पवृक्ष कहते हैं(कम पानी में पनपने के कारण )(उद्योग निरीक्षक परीक्षा 2018)

खेजड़ी को राजस्थान का गौरव भी कहा जाता है (S.I Exam 1998)

लोक देवता गोगाजी व जुझार बाबा के मंदिर/ थान  खेजड़ी वृक्ष के नीचे बने होते हैं।

खेजड़ी वृक्ष सर्वाधिक कौन से जिले में पाए जाते हैं?

  • (A) जोधपुर
  • (B) बाड़मेर
  • (C) नागौर
  • (D) पाली

Ans. – (C) नागौर
Exp. – खेजड़ी के वृक्ष सर्वाधिक शेखावाटी क्षेत्र में पाए जाते हैं।
 

 

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